पितृपक्ष के दौरान बिहार में ऑनलाइन पूजा का अभूतपूर्व विस्तार, श्री मंदिर ऐप के जरिए दुनियाभर से श्रद्धालुओं ने कराई पूजा
पितृपक्ष में गया सहित बिहार के तीर्थस्थलों पर 30 हज़ार से अधिक पूजाएं सम्पन्न
Bihar News: सनातन धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में गिने जाने वाले बिहार ने इस साल पितृपक्ष के दौरान डिजिटल आस्था का नया अध्याय देखा। दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं ने श्री मंदिर ऐप के माध्यम से गया और बिहार के अन्य तीर्थस्थलों पर अपने पितरों की शांति के लिए ऑनलाइन पूजा-अर्चना करवाई। भारत की सदियों पुरानी धार्मिक परंपराएं अब एक अभूतपूर्व डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रही हैं। जो अनुष्ठान और पूजा-पाठ कभी केवल प्रत्यक्ष उपस्थिति में सम्पन्न होते थे, वे अब तकनीक के सहारे ऑनलाइन हो रहे हैं।
श्री मंदिर ऐप के फाउंडर और सीईओ प्रशांत सचान ने कहा, श्रद्धालु जब श्री मंदिर ऐप पर ऑनलाइन पूजा बुक करते हैं तो हमारे पंडित जी विधिवत रूप से पूजा सम्पन्न करते हैं। हर अनुष्ठान में सनातन धर्म की शुचिता और शुद्धता का पूरा ध्यान रखा जाता है, ताकि पूजा वैसी ही पवित्रता के साथ हो जैसी मंदिर में प्रत्यक्ष रूप से होती है। पूजा सम्पन्न होने के बाद उसका पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया जाता है और श्रद्धालु के देखने के लिए ऐप पर अपलोड कर दिया जाता है। यदि किसी कारणवश भक्त पूजा से संतुष्ट नहीं होता है, तो श्री मंदिर की टीम उसी पूजा को दोबारा सम्पन्न करती है। हमारा संकल्प है कि हर भक्त को पूर्ण श्रद्धा और संतोष का अनुभव हो।
भारत के सबसे बड़ा भक्ति ऐप, श्री मंदिर ने भक्ति को आधुनिक स्वरूप देते हुए वर्चुअल दर्शन, ऑनलाइन पूजा, चढ़ावा और दान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। श्री मंदिर के अब तक 4.5 करोड़ से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं। यह ऐप उन भक्तों के लिए एक बड़ा वरदान है जो शारीरिक रूप से मंदिर आने में असमर्थ हैं या जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं। श्री मंदिर ऐप भक्तों को मंदिर से जुड़े रहने और अपनी धार्मिक गतिविधियों को जारी रखने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त श्रद्धालु ऐप के माध्यम से प्रसाद, फूल और अन्य धार्मिक वस्तुएं भी सीधे मंदिर से मंगवा सकते हैं।
पितृपक्ष के दौरान यह प्रवृत्ति और भी तेज़ दिखी, जब विदेशों में बसे भारतीयों ने भी समय और दूरी की बाधाओं को पार कर तकनीक की मदद से अपने पारिवारिक संस्कार पूरे किए। श्री मंदिर ऐप के माध्यम से इस साल गया और बिहार के अन्य तीर्थस्थलों में 30 हज़ार से अधिक पूजाएं की गईं। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से भी अधिक वृद्धि को दर्शाती है, जो डिजिटल भक्ति के तेजी से बढ़ते स्वरूप का प्रमाण है।
श्री मंदिर ऐप के माध्यम से न केवल पूजा और चढ़ावा कराया जा सकता है, बल्कि देश के प्रमुख मंदिरों के दर्शन, प्रसाद वितरण और यात्रा पैकेज जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं। कंपनी का संकल्प है कि हर अनुष्ठान पारंपरिक विधियों के अनुसार ही सम्पन्न हो और भक्तों को वही शांति और संतोष मिले, जैसा कि वे प्रत्यक्ष दर्शन में अनुभव करते हैं।पितृपक्ष के अवसर पर बिहार ने यह दिखा दिया कि डिजिटल भक्ति न केवल सुविधा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर आस्था को जोड़ने का नया सेतु भी है।
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