Bihar News: सुल्तानगंज को विश्व विरासत में शामिल करने का किया गया मांग- ललन कुमार

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

यहां गंगा तट पर बाबा अजगैबीनाथ का भव्य मंदिरहै।

Demand to include Sultanganj in world heritage - Lalan Kumar News In Hindi

Demand to include Sultanganj in world heritage - Lalan Kumar News In Hindi: पूर्व सदस्य परामर्श दात्रि समिति फिल्म सेंसर बोर्ड सूचना एवं  प्रसारण मंत्रालय  नई दिल्ली के ललन कुमार ने बताया की उत्तर वाहिनी गंगा तट पर स्थित भागलपुर जिले का सुल्तानगंज अजगैबीनाथ धाम के नाम से जाना जाता है। यहां गंगा तट पर बाबा अजगैबीनाथ का भव्य मंदिरहै। यह वह जगह है जहां श्रावण मास में गंगा स्नान के बाद जल लेकर लाखों की संख्या में कांवरिया पैदल देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में पहुंचते हैं और जलाभिषेक करते हैं। पूरी दुनिया से लाखों लाख लोग सुल्तानगंज पहुंचते हैं और यहां से जल भरकर बाबा नाथ धाम के लिए प्रस्थान करते हैं। 

इस जगह का गौरवशाली पौराणिक इतिहास रहा है। पिछले दो दशकों में अजगैवबी धाम को विश्व का महान धार्मिक और और पर्यटक केंद्र बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से 50 से अधिक घोषणाएं की गई है। गंगा घाट को हरिद्वार के हरकीपौड़ी की तर्ज पर विकसित करने का वादा नीतीश कुमार की सरकार ने कई बार किया है लेकिन दुख की बात है कि इस संबंध में जमीन पर अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। लाखों लाख कांवरियों को श्रवण मेला में नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बावत कुमार ने अनुरोध है कि इस स्थान को विश्व विरासत की सूची में शामिल करते हुए यहां विश्व स्तर के पर्यटन केंद्र की सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाए ताकि दुनिया भर से आने वाले देश-विदेश के भक्त अच्छा अनुभव लेकर अपने घर को जाएं। इससे बिहार का देश भर में और भारत का विदेशों में अच्छी ब्रांडिंग हो सके। क्योंकि यहां क्रूज से बड़ी संख्या में सैलानी भी आते हैं जिन्हें ठहरने से लेकर खाने-पीने की समस्या होती है। 

एक और महत्वपूर्ण बात....

भागलपुर जिले में अजगैबीनाथ मंदिर के अलावे भागलपुर शहर में बुढ़ानाथ मंदिर, कहलगांव में बटेश्वर नाथ मंदिर, भागलपुर शहर से कुछ दूरी पर गोनू नाथ मंदिर समेत कई प्राचीन और महान ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के कई शिव मंदिर हैं जिनको झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर के साथ जोड़कर एक मजबूत शिव सर्किट का भी विकास किया जा सकता है।

लेकिन दुनिया के सबसे बड़े कांवरिया यात्रा के उद्गम स्थल सुल्तानगंज यानी बाबा अजगैबीनाथ धाम को विश्व विरासत में शामिल कर दिया जाए और उसके अनुरूप सुविधाओं का विस्तार किया जाए तो इससे बाबा बैद्यनाथ धाम से लेकर तमाम शिव धामों में आने वाले भक्तों को सुविधा मिलेंगी और साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर इन शिवधामो को विकास एवं पहचान स्थापित होगी।

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