मुख्यमंत्री से 2022 बैच के भारतीय विदेश सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार मुलाकात की

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया ।

Indian Foreign Service Officer Trainees of 2022 batch paid a courtesy call on the Chief Minister

पटना: मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार से 2022 बैच के भारतीय विदेश सेवा के 6 प्रशिक्षु अधिकारियों ने बिहार विधानमंडल के विस्तारित भवन स्थित कक्ष में शिष्टाचार मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया ।

भारतीय विदेश सेवा के 6 प्रशिक्षु अधिकारी, बिहार के औरंगाबाद जिले की रहनेवाली सुश्री शुभ्रा कुमारी, कटिहार जिले के अमन अग्रवाल, रोहतास जिले के अमन आकाश, भागलपुर जिले के राज आनंद, भागलपुर जिले के अनुराग नयन तथा पुरानी दिल्ली के रहनेवाले लक्ष्य आनंद ने फेज-1 प्रशिक्षण के दौरान बिहार राज्य का दौरा करने के क्रम में मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की और अपने- अपने अनुभव साझा किए।

मुख्यमंत्री ने शिष्टाचार मुलाकात में शामिल सभी प्रशिक्षु भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों की उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि आप सभी लोग एक अच्छे प्रशासक बनकर बेहतर ढंग से अपना कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में विकास के कई कार्य किए गए हैं। बेहतर सड़कों का

निर्माण कराने के साथ-साथ कई आईकॉनिक भवन बनाए गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार संग्रहालय बनाया गया है। लड़कियों और महिलाओं के उत्थान के लिए हमलोगों ने कई कार्य किए हैं। बिहार में स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया और हमने इसका नामकरण 'जीविका' किया। उस समय की केंद्र सरकार ने इसे देखा और प्रभावित होकर पूरे देश में इसे 'आजीविका' नाम से संचालित किया। बिहार में 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा चुका है और इससे एक करोड़ 30 लाख से अधिक जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। जीविका दीदियों को काफी फायदा हो रहा है, उनकी आमदनी बढ़ रही है, उनके बच्चे ठीक ढंग से पढ़ाई कर रहे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है और वे अच्छे ढंग से जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियां अस्पतालों में 'दीदी की रसोई चला रही हैं और वहां लोगों को अच्छा खाना उपलब्ध करा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों को पढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। अब विद्यालयों में लड़कों के बराबर लड़कियों की संख्या हो गई है। हाल ही में बारहवीं का परीक्षा परिणाम प्रकाशित किया गया जिसमें लड़कियों ने लड़कों से तुलनात्मक रूप से बेहतर प्रदर्शन किया। लड़कियों के शिक्षित होने से बिहार का प्रजनन दर भी घट रहा है। जब हमने राज्य में काम संभाला था तो राज्य का प्रजनन दर 4.3 था। लड़कियों के शिक्षित होने से अब प्रजनन दर घटकर 2.9 पर आ गया है। हम इसे जल्द 2 पर लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पुलिस में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया और अब राज्य में महिला पुलिस की संख्या लगभग 29 हजार हो गई है। बिहार में विकास के कई बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। राजगीर, गया, बोधगया में गंगाजल आपूर्ति योजना के माध्यम से लोगों को गंगा का जल, शुद्ध पेयजल के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है और नवादा में भी ये सुविधा जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी। गया में 'गयाजी डैम' का निर्माण कराया गया है जिससे पितृपक्ष मेला में आनेवाले श्रद्धालुओं को

काफी सुविधा हो रही है। हमलोग काम करते हैं प्रचार-प्रसार नहीं करते हैं। बिहार में हुए बदलाव को आपलोग भी देखें, समझें और कुछ सुझाव हो तो उसे भी साझा करें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव बी. राजेन्दर एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।