Patna News: आशा स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ बन चुकी है: मंगल पांडे

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

पारितोषिक राशि को रूपये 1000/- से बढ़ाकर रूपये 3000/- करने का निर्णय लिया गया है।

Asha has become the backbone of the health system Mangal Pandey bihar news in hindi

Patna News In Hindi : पटना,आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्वयंसेविका के रूप में समुदाय का प्रतिनिधित्व एवं स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में अहम् भूमिका निभाती है। आशा के माध्यम से लोक स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की मूल एवं अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी घर-घर तक पहुँचाया जाता है।

यही वजह है कि आशा स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ बन चुकी है।आशा के सहयोग से प्रसव पूर्व जांच की संख्या बढ़ी है, फलतः गृह प्रसव की संख्या को कम करते हुए सुरक्षित संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिला है।

इनके द्वारा गृह भ्रमण कर नवजात शिशु का विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य देखभाल, उच्च स्तर का पोषण, टीकाकरण, प्रत्येक गांव में ओ.आर.एस., आई.एफ.ए. गोलियों का वितरण, परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत गर्भनिरोधक साधनों का वितरण एवं उसके उपयोग से संबंधी जानकारी, रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत विभिन्न रोगों जैसे मलेरिया, डेंगू, ए.ई.एस., फाईलेरिया, कुष्ठ, यक्ष्मा इत्यादि के रोकथाम, समाज में विकराल रूप ले रहे गैर संचारी रोग कार्यक्रम अंतर्गत कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे रोगों के संदर्भ में घर-घर जन-जागरूकता सहित लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने एवं अपने किट से प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

अतः आशा के मनोबल को बढ़ाने हेतु  मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार के दिशा-निर्देशन एवं  स्वास्थ्य मंत्री  मंगल पाण्डेय के नेतृत्व में वर्ष 2019 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा के लिए प्रतिमाह 1000/- रूपये मानदेय के रूप में पारितोषिक राशि का प्रावधान किया गया और समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों अंतर्गत देय प्रोत्साहन राशि को भी बढ़ाया जाता रहा है।

आशा, जो स्वास्थ्य व्यवस्था की मूल आधार है, को और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इनके पारितोषिक राशि को रूपये 1000/- से बढ़ाकर रूपये 3000/- करने का निर्णय लिया गया है। आशा को मानदेय के अलावे अन्य विभिन्न प्रकार की सुविधायें जैसे स्मार्ट फोन के लिए रूपये 13,180/-, मोबाईल रिचार्ज के लिए प्रतिमाह 200 रूपये, प्रतिवर्ष दो साड़ी के लिए 2500/- रूपये, आशा डायरी, छाता, गृह आधारित शिशु देखभाल किट (थर्मामीटर व अन्य आवश्यक सामग्रियों से युक्त) दिया जाता है।

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