Pollution News: गुरुग्राम-बल्लभगढ़ में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, 22 दिन में 164 जगह पराली जली
7 अक्टूबर को 14 जगह फसल अवशेष जले हैं।
Pollution at dangerous level in Gurugram-Ballabhgarh News: चंडीगढ़- धान के सीजन में फसल अवशेष (पराली) जलाने का सिलसिला जारी है। 15 सितंबर से 7 अक्टूबर तक 22 दिन की अवधि में 164 जगह फसल अवशेष जलाए गए हैं। 7 अक्टूबर को 14 जगह फसल अवशेष जले हैं। जबकि छह को 23 व 5 अक्टूबर को महज 8 जगह अवशेष जलाए गए हैं।
करनाल में सबसे अधिक 38, कुरुक्षेत्र में 37, अम्बाला में 16, फरीदाबाद में 10, फतेहाबाद में 6, जींद में 8, कैथल में 13, पलवल में 6, पानीपत में 5, रोहतक व सिरसा में 3-3, सोनीपत में 8 और यमुनानगर में 10, हिसार में 1 जगह फसल अवशेष जलाए गए हैं।जबकि इसी अवधि में वर्ष 2023 में 222, 2022 में 80 और 2021 में 35 जगह फसल अवशेष जलाए गए थे।
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव के अनुसार अभी प्रदूषण का स्तर ज्यादा नहीं है। 4 विभागों की टीमें मौके पर जाकर किसानों को जागरूक कर रही हैं। अब तक कृषि विभाग ने डेढ़ लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना किसानों पर लगाया है। इस बार प्रदेश में करीब 80 लाख टन सकते हैं, क्योंकि धान की रोपाड से ज्यादा फसल अवशेष निकल ज्यादा रकबे में हुई है।
दिन का पारा 0.4 डिग्री तक गिरा, आज हल्की बूंदाबांदी
प्रदेश में तापमान में भी परिवर्तन हो रहा है। दिन के तापमान में 0.4 डिग्री की कमी आई है। महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक 37.9 डिग्री तापमान आंका गया है। जबकि रोहतक में सबसे कम 32 डिग्री तापमान रहा। रात के तापमान में 0.6 डिग्री की कमी आई है। करनाल में सबसे कम 20.2 डिग्री तापमान रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगलवार रात से मौसम में फिर परिवर्तन हो सकता है। 9 अक्टूबर को कुछ इलाकों में बूंदाबांदी या हल्की बरसात के आसार बन सकते हैं।
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