पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त ; पटियाला में सेना से मांगी गई मदद
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सुबह से ही बारिश हो रही है।
चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचने के लिए प्रशासन 24 घंटे काम कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सुबह से ही बारिश हो रही है।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सभी पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और गृह, आपदा प्रबंधन और शहरी स्थानीय निकाय सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिन में सभी उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करेंगे।
हरियाणा और पंजाब के कुछ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन पहले से ही स्कूलों में छुट्टी के आदेश जारी कर चुका है।
पंजाब के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है। राजपुरा शहर में सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर में दरार आने से पानी का स्तर अत्यधिक हो जाने के बाद पटियाला जिला प्रशासन ने सेना से सहायता मांगी है।
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के कुछ अन्य हिस्सों में सेना को सतर्क कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजपुरा में एक निजी अस्पताल में पानी घुसने से मरीजों को दो अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है।.
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के रूपनगर में कमालपुर के पास सिसवन नदी के तटबंध टूट गए है। साथ ही कई सहायक नदियों और छोटी नहरों के तटबंधों में भी दरारें आ गई हैं।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में खेतों में पानी भर जाने से फसल को भी नुकसान हुआ।
सतलुज और घग्गर नदी के आसपास की भूमि जलमग्न हो गई है। पंजाब में कुछ स्थानों पर पानी घरों में घुस गया और कुछ स्थानों पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण दोनों राज्यों के प्रमुख सड़क मार्गों पर भारी यातायात जाम की स्थिति बन गई है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने हाल ही में बताया था कि संभावित बाढ़ से उत्पन्न किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम कर लिए गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की कई टीमों को भी मोहाली, रूपनगर और फतेहगढ़ साहिब सहित बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात किया गया है। रूपनगर, मोहाली, पटियाला, अंबाला और पंचकूला सहित पंजाब और हरियाणा के कुछ सर्वाधिक प्रभावित जिलों में सोमवार को स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर रविवार को सभी मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को सतर्क रहने और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने का निर्देश दिया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पंजाब के सभी जिलों में लोगों की मदद के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां 24 घंटे अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर सार्वजनिक किए गए हैं।.
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण यमुना नदी के हथिनी कुंड बैराज पर जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे यमुना से सटे निचले इलाकों में लोगों को नदी के तटीय हिस्से से दूर रहने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह आठ बजे बैराज से 2.79 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र समेत हरियाणा के अन्य स्थानों पर भारी बारिश हुई, वहीं पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, रूपनगर और पटियाला में भी यही हाल है। अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़ की सुखना झील के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण रविवार को दो जलद्वार खोल दिए गए।