महंगाई की मार, चंडीगढ़ की मंडी में 350 रुपये किलो बिक रहा टमाटर

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, चंडीगढ़

सड़कें बंद होने के कारण खेतों से माल चंडीगढ़ नहीं पहुंच पा रहा है.

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चंडीगढ़: पंजाब-हिमाचल में भारी बारिश और बाढ़-भूस्खलन के कारण सब्जियों की कीमतों पर भी असर पड़ा है. बाजारों में सब्जियां नहीं हैं और जो हैं उनके दाम आसमान छू रहे हैं. खासकर टमाटर आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है. चंडीगढ़ मंडी में टमाटर की खुदरा कीमत 350 रुपये प्रति किलो तक है, जो देश में सबसे ज्यादा है.

सेक्टर-26 सब्जी मंडी आरती एसोसिएशन के प्रधान बृजमोहन ने बताया कि हिमाचल और पंजाब में भारी बारिश के कारण टमाटर की फसल खेतों में सड़ गई है। बरसात के मौसम में किसान खेतों में काम नहीं कर पाते थे। सड़कें बंद होने के कारण खेतों से माल चंडीगढ़ नहीं पहुंच पा रहा है. इन दोनों कारणों से टमाटर समेत अन्य सब्जियों के दाम बढ़े हैं.

गुरुवार को बाजार में टमाटर की खुदरा कीमत 300 से 350 रुपये प्रति किलो थी, जबकि देश के अन्य महानगरों में टमाटर खुदरा में 140 से 150 रुपये प्रति किलो बिका. गुरुवार को चंडीगढ़ मंडी में टमाटर का थोक भाव करीब 250 रुपये प्रति किलो था. थोक में 20 से 25 किलो की एक क्रेट 5 से 6 हजार रुपये तक बिकी।

बृजमोहन ने कहा कि अगले 24 से 48 घंटों में चंडीगढ़ में टमाटर के दाम कम होने की उम्मीद है क्योंकि पंजाब और हिमाचल से सप्लाई बंद होने के बाद बेंगलुरु मंडी से तीन ट्रक टमाटर मंगवाए गए हैं, जो जल्द ही चंडीगढ़ पहुंच जाएंगे. इसके बाद कीमतें घटकर 160 से 180 रुपये प्रति किलोग्राम होने की उम्मीद है.