भक्ति और देशभक्ति का अद्वितीय संगम : सीआरपीएफ 13वीं वाहिनी ने जनसाधारण संग मनाई जन्माष्टमी

राष्ट्रीय, चंडीगढ़

इस विशेष अवसर पर 13वीं वाहिनी की कमांडेंट श्रीमती कमल सिसोदिया स्वयं उपस्थित रहीं।

भक्ति और देशभक्ति का अद्वितीय संगम : सीआरपीएफ 13वीं वाहिनी ने जनसाधारण संग मनाई जन्माष्टमी

चंडीगढ़: जन्माष्टमी के पावन पर्व पर चंडीगढ़ और पंजाब के कई प्रमुख मंदिरों ने केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 13वीं वाहिनी के जवानों को विशेष रूप से आमंत्रित किया। सेक्टर 23 स्थित सनातन धर्म मंदिर श्री महावीर मंदिर मुनि सभा एवं सेक्टर 36 स्थित इस्कॉन मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में जवानों ने जनमानस के साथ मिलकर अत्यंत हर्ष और उल्लास से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया।

इस विशेष अवसर पर 13वीं वाहिनी की कमांडेंट श्रीमती कमल सिसोदिया स्वयं उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके द्वारा धर्म की रक्षा हेतु किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए सुदर्शन चक्र की महिमा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र सृष्टि की रक्षा करता है, उसी प्रकार सीआरपीएफ भी भारत के लिए सुरक्षा कवच बनकर देशवासियों की रक्षा कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस भाषण में दिए गए सुदर्शन चक्र के संदर्भ को जोड़ते हुए उन्होंने इसे भारत की सुरक्षा और सामर्थ्य का प्रतीक बताया।

मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं को दर्शाती भव्य झांकियां सजाई गईं, जिनका जवानों ने भी दर्शन किया। जवानों ने मंदिर परिसर में भगवान श्रीकृष्ण के झूले को झुलाया और पूरे मन से पूजा-अर्चना की। मंदिर समितियों ने जवानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और श्रद्धालुओं के साथ मिलकर भजन-कीर्तन एवं प्रसाद वितरण में सहभागिता की।

पूरे आयोजन ने सामाजिक सौहार्द, धार्मिक आस्था और देशभक्ति का अनुपम संगम प्रस्तुत किया। यह केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि समाज और सुरक्षाबलों के बीच गहरी एकता और सहयोग का प्रतीक बनकर सामने आया।