Bathinda Firing: बठिंडा में चार सैनिकों की हत्या के आरोप में सेना का एक जवान गिरफ्तार, जाने क्यों किया था हमला

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, चंडीगढ़

गोलीबारी की घटना से दो दिन पहले सैन्य अड्डे से इनसास राइफल और 28 कारतूस गायब हो गए थे।

Army jawan arrested for killing four soldiers in Bathinda

चंडीगढ़ : बठिंडा सैन्य अड्डे पर चोरी की एक असॉल्ट राइफल से चार सैनिकों की हत्या करने के आरोप में सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है।  बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने बताया कि गनर देसाई मोहन ने पहले दावा किया कि उसने पंजाब में सैन्य अड्डे पर गोलीबारी वाले स्थान के समीप दो लोगों को एक राइफल तथा एक कुल्हाड़ी के साथ देखा था। बाद में उसने सागर बान्ने, योगेश कुमार जे, संतोष एम. नागराल और कमलेश आर. की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।

एक अधिकारी ने कहा कि मोहन ने आरोप लगाया कि इन सैनिकों ने उसका शारीरिक शोषण किया। 

हत्या के पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर खुराना ने कहा कि मीडिया के समक्ष इसका खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन मोहन की चारों सैनिकों से कुछ निजी रंजिश थी। सेना ने गोलीबारी की घटना के एक दिन बाद उसी सैन्य अड्डे पर एक अन्य सैनिक की मौत की सूचना दी, लेकिन कहा कि यह हत्याओं से जुड़ा नहीं था। सेना ने कहा था, “मामला कथित तौर पर आत्महत्या के प्रयास का लगता है।”

एसएसपी ने बताया कि 12 अप्रैल को मोहन ने कहा था कि उसने गोलीबारी के बाद चेहरे और सिर को कपड़े से ढके हुए दो अज्ञात लोगों को बैरक से बाहर निकलते देखा था। हालांकि, वह बार-बार अपना बयान बदलता रहा। 

बठिंडा में मीडिया से बात करते हुए खुराना ने कहा कि मोहन ने शुरू से जांचकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की, क्योंकि एक हथियार गायब था, इसलिए उसने अपराध को अंजाम देने के बाद ‘कुर्ता-पायजामा’ पहने दो लोगों को देखने की कहानी गढ़ी, जिनके पास इनसास राइफल थी।।

सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘लगातार पूछताछ के बाद तोपखाना इकाई के गनर देसाई मोहन नामक व्यक्ति ने पुलिस के सामने एक इनसास राइफल चुराने और अपने चार सहकर्मियों की हत्या करने में संलिप्तता की बात कबूल की।’’

गोलीबारी की घटना से दो दिन पहले सैन्य अड्डे से इनसास राइफल और 28 कारतूस गायब हो गए थे। खुराना ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह साफ हो गया कि चोरी की गयी इनसास राइफल और कारतूस का इस घटना में इस्तेमाल किया गया था।

उन्होंने बताया कि जिन घटनाओं में किसी ‘‘अंदरुनी हथियार’’ का इस्तेमाल किया जाता है, उससे यह संदेह बढ़ जाता है कि बल का ही कोई व्यक्ति इसमें शामिल हो सकता है।

सेना ने कहा, ‘‘12 अप्रैल को प्रारंभिक प्राथमिकी दर्ज कराते हुए उस व्यक्ति द्वारा इनसास राइफल और कुल्हाड़ी के साथ सादे कपड़े पहने दो व्यक्ति का जिक्र किए जाने वाला बयान जांच एजेंसियों का ध्यान भटकाने की कोशिश थी।’’ बयान में कहा गया, ‘‘प्रारंभिक जांच से पता चला कि यह घटना साफ तौर पर निजी वजह/रंजिश के कारण होगी। उसके कबूलनामे के अनुसार, नौ अप्रैल की सुबह उसने हथियार चुराया। फिर उसने हथियार छिपा दिया।’’ इसमें कहा गया है कि मोहन ने हथियार एक सीवर में फेंक दिया। पुलिस ने मौके से इनसास राइफल और 19 खोखे बरामद किए हैं।.

एसएसपी खुराना ने कहा कि अपराध करने के बाद मोहन ने हथियार और आठ कारतूस और एक अन्य कारतूस गड्ढे में फेंक दिया। उन्होंने बताया कि राइफल भी उसी दिन बरामद कर ली गई। उन्होंने कहा, “नौ कारतूसों में से हमने सात कारतूस बरामद किए। सेना के साथ हमारा संयुक्त अभियान चल रहा है।”  खुराना ने कहा कि जिस बैग में उसने हथियार और कपड़ा छुपाया था, उसे बरामद कर लिया गया है।.

सेना ने दोहराया कि मामले में कोई आतंकवादी पहलू नहीं है, जैसा कि मीडिया में आयी कुछ खबरों में कहा गया है।

सेना ने कहा, ‘‘भारतीय सेना की अनुशासनहीनता के ऐसे कृत्यों के प्रति बिल्कुल न बर्दाश्त करने की नीति है और वह दोषी को कानून के अनुसार सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उसने कहा कि पंजाब पुलिस और अन्य एजेंसियों को जांच में हरसंभव सहयोग किया जा रहा है। . एसएसपी खुराना ने कहा कि आरोपी जवान को यहां एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। बठिंडा सैन्य स्टेशन देश के सबसे बड़े सैन्य अड्डों में से एक है और इसमें सेना की कई संचालनात्मक इकाइयां स्थित हैं।