पंजाब : किसान संगठनों ने टूटे गेहूं के मूल्य में कटौती किये जाने के विरोध में किया प्रदर्शन

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, चंडीगढ़

न्होंने सरकार के फैसले को 'किसान विरोधी' करार दिया।

Punjab: Farmers' organizations protest against reduction in the price of broken wheat

चंडीगढ़ : पंजाब में 'बेमौसम बरसात' के कारण सूखे और टूटे गेहूं की कीमत में केंद्र सरकार द्वारा कटौती की घोषणा के विरोध में किसानों ने चार घंटे तक 'रेल रोको' आंदोलन किया और कई स्थानों पर रेल की पटरियों पर धरना दिया। इस दौरान, कई ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई और यात्रियों को असुविधा हुई।

'भारतीय किसान यूनियन' (बीकेयू) (एकता उगराहां) और बीकेयू (लखोवाल) सहित कई किसान संगठनों ने घोषणा की थी कि वे दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक रेल पटरियों को अवरुद्ध करेंगे।

लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, फिरोजपुर, संगरूर, फाजिल्का, गुरदासपुर और तरन तारन सहित कई जगहों पर किसानों ने रेल की पटरियों पर धरना दिया। बीकेयू (एकता उगराहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने मंगलवार को बताया कि किसानों ने सूखे और टूटे गेहूं की कीमत में कटौती के केंद्र के फैसले के खिलाफ "रेल रोको" आंदोलन को बहाल कर दिया है। उन्होंने सरकार के फैसले को 'किसान विरोधी' करार दिया।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि बेमौसम बरसात के कारण खराब हुई गेहूं की फसल पर केंद्र द्वारा कीमत में की गई कटौती के बोझ को उनकी सरकार उठाएगी।.