अब शिक्षक घर नहीं ले जा सकेंगे पेपर , जिला स्तर पर केंद्रों में होगी चेकिंग
शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं किसी भी स्थिति में केंद्रों से बाहर नहीं ले जाने के विशेष निर्देश दिए गए हैं.
चंडीगढ़: शिक्षा विभाग ने मंगलवार से इस साल वार्षिक परीक्षाओं के दौरान छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का काम शुरू कर दिया है. इन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच सभी जिलों में स्थित निर्धारित अंकन केंद्रों में की जाएगी और इस दौरान शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं किसी भी स्थिति में केंद्रों से बाहर नहीं ले जाने के विशेष निर्देश दिए गए हैं.
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इस पत्र के अनुसार यदि परीक्षा के दौरान निर्धारित अंकन केंद्र कक्ष या हॉल के बाहर उत्तर पुस्तिकाएं पाई जाती हैं तो उन शिक्षकों के खिलाफ कानूनी या अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई चिन्हांकन केंद्रों के समन्वयक व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी की जाएगी।
गौरतलब है कि मंगलवार को इन सभी मार्किंग सेंटरों की लाइव वीडियो मॉनिटरिंग भी शुरू कर दी गई है, ताकि पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जा सके. जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन निर्धारित नियमों के अनुसार ही किया जाए।
जारी पत्र के अनुसार शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि यदि एक से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्नों के उत्तर पूर्ण रूप से मेल खाते हैं तो इसकी सूचना विभाग के उच्चाधिकारियों को दी जाए। ऐसे मामले में पूरी जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
देखा जाए तो ऐसे में उन स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होने का खतरा है जहां एक ही शिक्षक है शिक्षकों का कहना है कि अगर वे पूरे समय अंकन केंद्रों में रहेंगे तो स्कूलों में बच्चों को कौन पढ़ाएगा.