Chandigarh Mayor Election 2024: मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत, मनोज सोनकर बने चंडीगढ़ के नए मेयर

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, चंडीगढ़

बता दें कि चुनाव में आप और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी.

Chandigarh Mayor Election 2024 BJP wins in Mayor elections, Manoj Sonkar becomes new Mayor of Chandigarh.

 BJP Wins Chandigarh Mayor Election 2024: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव खत्म हो चुका है. वहीं इस चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज कर ली है. बीजेपी  को 16 वोट मिले हैं वहीं आप और कांग्रेस को 12 वोट मिले हैं.  अब चंड़ीगढ़ के नए मेयर मनोज कुमार मनोज सोनकर है. 

बता दें कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, चंडीगढ़ मेयर के चुनाव 6 फरवरी की जगह 30 जनवरी को हुए और भारतीय जनता पार्टी  की जीत से पार्टी के उम्मींदवार मनोज सोनकर शहर के नए मेयर बन गए हैं।
 

मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 8 वोट रद्द हो गए, जिसकी वजह से गणित बदल गया.

भारतीय जनता पार्टी के लिए, मनोज सोनकर मेयर पद के लिए उम्मीदवार थे, जबकि कुलजीत संधू सीनियर डिप्टी मेयर के लिए और राजिंदर शर्मा डिप्टी मेयर के लिए चुनाव लड़ रहे थे। कांग्रेस और आप गठबंधन के लिए, आप के कुलदीप सिंह मेयर पद के लिए मैदान में थे, जबकि कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह और निर्मला देवी क्रमशः सीनियर डिप्टी मेयर पद और डिप्टी मेयर पद के के लिए उम्मीदवार थे।

बता दें कि इससे पहले, 18 जनवरी को चुनाव स्थगित होने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने घोषणा की थी कि  मेयर चुनाव 6 फरवरी को होगा।  पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने प्रशासन से कहा कि तारीख बहुत दूर है और कोर्ट ने 30 जनवरी को चुनाव कराने का आदेश दिया.

 चंडीगढ़ मेयर चुनाव 2024 को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले 'भाजपा बनाम इंडिया' गठबंधन का पहला मुकाबला माना जा रहा था। इस साल, AAP और कांग्रेस पार्टी ने एक गठबंधन बनाया, जिसके तहत AAP ने मेयर की सीट के लिए चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए चुनाव लड़ा।

बता दें कि 35 सदस्यीय चंडीगढ़ नगर निगम में बीजेपी के पास 14 पार्षद थे, जबकि आम आदमी पार्टी के पास 13 और कांग्रेस के पास 7 पार्षद थे. सदन में शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद था। वहीं एक सांसद का वोट था.

यह इंडिया गठबंधन का बीजेपी से पहला  मुकाबला माना जा रहा था. वहीं  आप और कांग्रेस को इस चुनाव में बड़ी जीत की उम्मीद थी.  35 पार्षदों वाले निगम में AAP और कांग्रेस के 20 पार्षद थे जबकि भाजपा के पास 14 पार्षद थे। वहीं एक सासंद का वोट था.