'विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकल मजबूत मुद्दे उठाए,सेशन में हार का दर्द नहीं दिखाना चाहिए'- PM मोदी
''नई पीढ़ी के युवा MPs को मौका मिलना चाहिए''
PM Narendra Modi Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो 19 दिसंबर तक चलेगा। इस अवधि में दोनों सदनों की 15-15 बैठकें निर्धारित हैं। विपक्ष एसआईआर, आंतरिक सुरक्षा और लेबर कोड पर चर्चा की मांग कर रहा है, जबकि सरकार चाहती है कि वंदे मातरम् पर विचार-विमर्श हो। कुल मिलाकर, इस बार का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है।
सेशन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में लोगों ने बड़ी संख्या में वोट किया।माताओं और बहनों की भागीदारी में लोकतंत्र की ताकत दिखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कुछ पार्टियां अपनी चुनावी हार पचा नहीं पा रही हैं। एक-दो पार्टियां बिहार के नतीजों से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। पार्लियामेंट का यह सेशन हार और निराशा का आधार नहीं बनना चाहिए। सदन में कोई ड्रामा नहीं होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कहा है कि भारत ने यह सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर. उन्होंने कहा कि यह सत्र विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर है. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और मजबूत मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए. नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए. यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए. राष्ट्रनीति पर बात होनी चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रनीति के लिए सकारात्मकता जरूरी है. सदन हंगामे के लिए नहीं है. नारेबाजी के लिए पूरा देश खाली है. सदन में नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष को सुझाव देने के लिए तैयार हूं, कि परफॉर्म कैसे किया जाता है. हार की हताशा सदन में ना निकालें. विपक्ष अपनी रणनीति बदले. विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए. देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है.