पहलवानों के आंदोलन से अलग हुईं साक्षी मलिक, वापिस लिया अपना नाम, रेलवे में अपनी जॉब पर लौटीं
7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
New Delhi: करीब डेढ़ महीने से बृजभूषण के खिलाफ लड़ रही रेसलर साक्षी मालिक ने पहलवानो के आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है। वह अपने रेलवे की ड्यूटी पर वापस लौट गई है।
दरअसल, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत कई पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे थे। पहलवानों ने बृजभूषण शरण पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए थे.
7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इन शिकायतों के आधार पर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए हैं. पहली प्राथमिकी नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर है. इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं, दूसरी FIR अन्य पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित है. इन मामलों में पुलिस की जांच जारी है.
बता दें कि शनिवार को पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मिली जानकारी के मुताबिक पहलवानों ने बृजभूषण की गरफ़तारी की मांग की थी। इस बैठक में साक्षी मालिक भी शामिल थी।