'अगली बार भी फहराऊंगा तिरंगा', लाल किले से बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अगले साल 15 अगस्त को फिर लाल किले से देश को संबोधित करने आएंगे.

photo

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की भविष्यवाणी की है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अगले साल 15 अगस्त को फिर लाल किले से देश को संबोधित करने आएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह देश के लिए जीते हैं और लोगों का दुख नहीं देख सकते.

पीएम मोदी ने कहा, "साल 2014 में मैंने बदलाव लाने का वादा किया था. आप देशवासियों ने मुझ पर भरोसा किया. मैंने आपसे किया वादा विश्वास में बदल दिया. 2019 में मेरे प्रदर्शन के आधार पर आपसे मुझे फिर से आशीर्वाद मिला."  बदलाव ने मुझे एक और मौका दिया है। मैं आपके हर सपने को पूरा करूंगा। मैं अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा। मैं केवल आपके लिए जीता हूं। अगर मैं पसीना बहाता हूं तो यह आपके लिए है क्योंकि आप मेरे परिवार हैं। मैं आपको दुख में नहीं देख सकता ।"

उन्होंने कहा कि 2014 में हम विश्व अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ नागरिकों की मेहनत रंग लायी और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन गये हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में सरकार ने जितनी संपत्ति जब्त की है, वह पहले से 20 गुना ज्यादा है.

उन्होंने कहा, "आपकी कमाई का ये पैसा लोग लेकर भाग गए. हमने 20 गुना ज्यादा संपत्ति जब्त की है. तो स्वाभाविक है कि ऐसे लोग मुझसे नाराज हैं, लेकिन मुझे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी है." प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और भाई-भतीजावाद को विकास का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए कहा कि अगर देश को विकास चाहिए, अगर देश को 2047 में विकसित भारत का सपना साकार करना है तो इन्हें खत्म करना जरूरी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 साल से चर्चा चल रही थी कि नया संसद भवन बनेगा, लेकिन ये मोदी ही हैं जिन्होंने समय से पहले संसद का निर्माण किया. ये नया भारत है, न रुकता है, न थकता है, न हारता है। यह मोदी की गारंटी है कि देश अगले 5 वर्षों में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। उन्होंने कहा, “तीन बुराइयों से लड़ना समय की मांग है: भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण। उन्होंने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. एक ही परिवार किसी राजनीतिक दल का मुखिया कैसे हो सकता है? उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए...''