केजरीवाल के आधिकारिक बंगले के नवीनीकरण को लेकर भाजपा-आप में आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा ने आरोप लगाया कि राजनीति में प्रवेश करते समय ईमानदारी और सादगी को बढ़ावा देने का दावा करने वाले केजरीवाल ने “भ्रष्टाचार का महल” बनाया है।
New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर कथित रूप से 45 करोड़ रुपये के खर्च को लेकर राजनीतिक घमासान बुधवार को तेज हो गया। भाजपा ने जहां केजरीवाल पर “भ्रष्टाचार का महल” बनाने का आरोप लगाया वहीं आप ने आरोप लगाया कि भाजपा ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्हें “महाराज” की संज्ञा दी और कहा कि यहां तक कि राजा भी केजरीवाल के निवास पर “श्रेष्ठ” उत्पादों की पसंद और “विलासिता और आराम की लालसा” के सामने पानी भरेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल आवास के नवीनीकरण का मामला नहीं है, बल्कि आम आदमी पार्टी की विचारधारा और उसके नेताओं की मानसिकता का भी है।
विधायक नरेश बालियान सहित आप नेताओं ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के पुराने आवास की छत से गिरे मलबे के कथित वीडियो साझा किए और दावा किया कि 1942 में बना घर जर्जर अवस्था में था।
भाजपा ने आरोप लगाया कि राजनीति में प्रवेश करते समय ईमानदारी और सादगी को बढ़ावा देने का दावा करने वाले केजरीवाल ने “भ्रष्टाचार का महल” बनाया है।
पात्रा ने दिल्ली विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केजरीवाल के हालिया हमले के जवाब में कहा, यह एक राजा की कहानी है जो “बेशर्म” है। हाल ही में केजरीवाल ने एक राजा की कहानी सुनाकर भाजपा के शीर्ष नेता का मजाक उड़ाया था।
पात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मीडिया घरानों को कहानी को उजागर नहीं करने के लिए 20 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये की पेशकश की, लेकिन समाचार चैनलों और समाचार पत्रों ने इस प्रस्ताव को नजरअंदाज कर दिया।
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा पर पलटवार करते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक आवास 1942 में बना था और छत तीन बार गिर चुकी थी।
उन्होंने कहा कि छत गिरने की घटनाओं के बाद, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने एक नया घर बनाने का सुझाव दिया और उन्होंने दावा किया कि घर के पुनर्निर्माण पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के कुछ नेताओं को पुलिस और वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों के बुधवार को जबरन वहां से हटा दिया।
एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पार्टी के प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल और अन्य नेताओं को तथा एक टीवी पत्रकार को यहां सिविल लाइंस इलाके के फ्लैगस्टाफ रोड पर स्थित केजरीवाल के आवास के बाहर से हटाया जा रहा है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना ने ट्विटर पर वीडियो साझा कर आरोप लगाया है कि पत्रकार से ‘बदसलूकी’ कर रहा शख्स मुख्यमंत्री का “निजी” सुरक्षाकर्मी है।