दिल्ली में ‘जंगलराज’, लोग खुद को महसूस कर रहे असुरक्षित : CM केजरीवाल
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चार लोगों ने प्रगति मैदान अंडरपास के पास लूटपाट को अंजाम दिया।
New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान के नजदीक स्थित अंडरपास में हुई लूटपाट की घटना की पृष्ठभूमि में मंगलवार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र सरकार और उप राज्यपाल पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि जब दिल्ली जी-20 सम्मेलन की तैयारी कर रही है ऐसे समय यहां ‘जंगल राज’ कायम हो गया है।
केजरीवाल ने दावा किया कि अगर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को यहां की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दे दी जाए तो वह इसे देश का सबसे ‘सुरक्षित शहर’ बना देगी।
उल्लेखनीय है कि प्रगति मैदान के नजदीक अंडरपास में चार मोटरसाइकिल सवारों ने एक डिलीवरी एजेंट और उसके साथी से बंदूक के दम पर दो लाख रुपये लूट लिए थे। शनिवार की इस घटना के सिलसिले में अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।. इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन करने के लिए आयोजित कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में केजरीवाल ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार के पास दिल्ली में कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चार लोगों ने प्रगति मैदान अंडरपास के पास लूटपाट को अंजाम दिया। जी-20 शिखर सम्मेलन अंडरपास के नजदीक होगा। दिल्ली में लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह ‘जंगल राज’ है।’’
उन्होंने एक अन्य घटना का हवाला देते हुए सवाल किया, ‘‘दिल्ली में क्या हो रहा है? क्या राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति ऐसी होनी चाहिए?’’ उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्रत्री और उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाते पत्र भेजे थे।
उप राज्यपाल पर ‘आप’ सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘मौजूदा (कानून व्यवस्था की) स्थिति के लिए एक ही कारण जिम्मेदार है और वह यह है कि केंद्र और उप राज्यपाल अपनी सारी ऊर्जा दिल्ली सरकार के काम को रोकने में लगा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारे स्कूलों, मोहल्ला क्लीनिक, जलापूर्ति और बिजली से जुड़े कार्यों को रोकने के तरीके के बारे में सोचते हैं। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे हमें काम करने दें और वे अपना काम करें। अगर वे कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो यह जिम्मेदारी हमें दे दें। हम दिल्ली को देश का सबसे सुरक्षित शहर बनाएंगे।’’.