'बताओ कहां आना है गोली खाने', पूर्व IPS के विवादित ट्वीट पर बजरंग पुनिया का जवाब

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

बजरंग पुनिया को देर रात मयूर विहार थाने से रिहा कर दिया गया।

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नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को एक तरफ देश की नई संसद का उद्घाटन हो रहा था और वहां से कुछ दूर दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच धक्कामुक्की हो गई. इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करते हुए एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने विवादित ट्वीट किया है, जिस पर पहलवान बजरंग पूनिया भड़क गए हैं. इसका जवाब देते हुए बजरंग पुनिया ने कहा कि वह गोली खाने को तैयार हैं और पूर्व अधिकारी को चुनौती भी दे चुके हैं.

पूर्व IPS अधिकारी एनसी अस्थाना ने रविवार (28 मई) को पहलवानों पर पुलिस कार्रवाई को सही ठहराते हुए लिखा- 'जरूरत पड़ी तो गोली मरेंगे। लेकिन तुम्हारे कहने पर नहीं। अभी तो सिर्फ कचरे की बोरी की तरह घसीट कर फेंका है। अनुच्छेद 129 में पुलिस को गोली मारने का अधिकार है। उचित परिस्थितियों में वो हसरत  भी पूरी होगी। लेकिन यह जानने के लिए शिक्षित होना जरूरी है। फिर मिलेंगे पोस्टमॉर्टम टेबल पर'

अस्थाना के ट्वीट का जवाब देते हुए बजरंग पुनिया ने लिखा कि यह आईपीएस अधिकारी हमें गोली मारने की बात कर रहा है. मैं सामने खड़ा हूं, बता कहां गोली खाने आऊं... कसम से पीठ नहीं दिखाऊंगा, तेरी गोली सीने से साइन पर खाऊंगा । अगर हमारे साथ यही करना है तो ठीक है। 

बृजभूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे पहलवानों ने रविवार (28 मई) को संसद भवन के सामने महिला महापंचायत का ऐलान किया। पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद सुबह साढ़े 11 बजे के करीब पहलवान 'शांति मार्च' निकालते हुए नए संसद भवन की ओर बढ़ने लगे. संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित केरल भवन के पास पुलिस ने पहलवानों को आगे बढ़ने से रोक दिया। विनेश फोगट की साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत कई पहलवानों को यहां से हिरासत में लिया गया था। साक्षी मलिक और विनेश फोगट को पुलिस ने शाम को रिहा कर दिया, जबकि बजरंग पुनिया को देर रात मयूर विहार थाने से रिहा कर दिया गया।