मोदी-अडाणी का ‘गठजोड़’ देश की अर्थव्यवस्था व सुरक्षा के लिए खतरा : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हमने संसद में मामले की जांच की मांग की, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी इस मुद्दे पर नहीं बोला।
शिमला : कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडाणी समूह के बीच ‘गठजोड़’ देश के लोगों, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे वर्ष 2024 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर कर इस ‘गठजोड़’ को खत्म करें। सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच कराने को इच्छुक नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सबसे गंभीर आरोप यह है कि कई विदेशी कंपनियों ने अडाणी समूह में बड़ी राशि का निवेश किया। जितनी राशि का निवेश अडाणी समूह में किया गया है वह राशि उन कंपनियों के कुल मूल्य से भी अधिक है। क्या इस बात की जांच नहीं की जानी कि निवेश की गई इस राशि का स्रोत क्या है?’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हमने संसद में मामले की जांच की मांग की, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी इस मुद्दे पर नहीं बोला। यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि दोनों के बीच गठजोड़ है।’’
सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने अडाणी की मदद करने के लिए ‘नियमों को ताक पर रखकर काम किया।’ उन्होंने दावा किया, ‘‘अडाणी समूह को हवाई अड्डे और बंदरगाहों को देने के लिए नियमों को मनमाने तरीके से बदला गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के दौरान सभी को नुकसान हुआ जबकि अडाणी समूह की संपत्ति में कई गुना वृद्धि हुई। वर्ष 2014 में अमीरों की सूची में 609वें स्थान पर मौजूद व्यक्ति दुनिया का दूसरा सबसे अमीर व्यक्ति बन गया।’’
सिंह ने आरोप लगाया कि हिंडनबर्ग से पहले ही कई भारतीय एजेंसियों ने अडाणी समूह में वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता को लेकर आगाह किया था लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।