झारखंड : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जन समुदाय की भागीदारी बहुत जरूरी - बन्ना गुप्ता
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता,अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने फाइलेरियारोधी दवा खाकर की कार्यक्रम की शुरुआत
रांची (संवादाता); स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि राज्य को फाइलेरिया एवं कालाजार से मुक्त करने के लिए एक साथ मिशन मोड में कार्य करने की आवश्यकता है। वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम हेतु जन-जागृति जरूरी है। गंभीर बीमारी के खिलाफ लोगों को एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है । फाइलेरिया एवं कालाजार के उन्मूलन के लिये राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है । इस क्रम में आज से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए) अभियान एवं फाइलेरिया और कालाजार के कम्युनिकेशन कैम्पेन का राज्यस्तरीय शुभारम्भ किया जा रहा है। इस मास कैंपेन में ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर एवं फ्रंट लाईन वर्कर घर-घर जाकर लोगों को (दो साल से छोटे बच्चों, गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों एवं गर्भवती महिलाओं को छोड़कर) फाइलेरिया की दवा खिलाएंगे। यह बातें उन्होंने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए) अभियान एवं फाइलेरिया और कालाजार के राज्यस्तरीय कम्युनिकेशन कैम्पेन का शुभारम्भ करते हुए कहीं। मौके पर उन्होंने फाइलेरिया एवं कालाजार के सम्बन्ध में सिने कलाकार मनोज वाजपेयी द्वारा लोगों को फाइलेरिया से जुड़े ऑडियो-विज़ुअल के माध्यम से दिए गए संदेशो के पैकेज का भी उद्घाटन किया।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने फाइलेरियारोधी दवा खाकर की कार्यक्रम की शुरुआत ।
गुप्ता ने कहा कि राज्य के 7 जिलों दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, लातेहार, पलामू, सरायकेला- खरसांवा एवं चतरा में फाइलेरिया और संथाल के 4 जिलों में कालाजार का प्रकोप है। इसलिए हम उन जिलों में फोकस कर इन बीमारियों के उन्मूलन के लिए कार्य कर रहे हैं। 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (आईडीए) चलाया जाएगा। इन जिलों में 3 दवाओं डीईसी, अल्बंडाजोल के साथ आईवरमेंक्टिन की निर्धारित खुराक दवा प्रशासकों द्वारा बूथ एवं घर-घर जाकर अपने सामने मुफ्त खिलाई जाएगी। यह दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस अवसर पर में स्वास्थ्य मंत्री, अपर मुख्य सचिव एवं अभियान निदेशक ने स्वयं फाइलेरियारोधी दवा खाकर अभियान की शुरुआत की।
कुपोषण की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे कई कार्यक्रम
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कुपोषण के प्रति गंभीर है। कुपोषण को दूर करने हेतु सरकार कई कार्यक्रम चला रही है। जिसके तहत लोग पशुधन भी रख सकते हैं, जिससे पशुधन से प्राप्त उत्पादों का लाभ लेकर कुपोषण को दूर कर सकते हैं। इस हेतु समय-समय पर इस प्रकार के अभियान चलाये जाने की जरूरत है, ताकि लोगों को फाइलेरिया एवं कालाजार के प्रकोप से बचाया जा सके।
इस मॉस ड्रग कैम्पेन का लाभ लोगों को मिले, यह सुनिश्चित करें बन्ना गुप्ता
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए) अभियान एवं फाइलेरिया और कालाजार के कम्युनिकेशन कैम्पेन का लाभ लेागों को मिले, यह सुनिश्चित किया जाये। लोगों को विश्वास में लेकर कार्य करें। उन्होंने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा की खुराक पूरी तरह सुरक्षित है। इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है। इसी उद्देश्य से मौंके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, अपर मुख्य सचिव श्री अरूण कुमार सिंह ने फाइलेरियारोधी दवा खाकर लोगों तक यह संदेश दिया कि इसकी खुराक लेने से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है। फाइलेरिया एवं कालाजार रोग के सम्बन्ध में सिने कलाकार मनोज वाजपेयी द्वारा लोगों को फाइलेरिया और कालाजार बीमारियों से जुड़े ऑडियो-विज़ुअल के माध्यम से दिए गए संदेशो को अंतर विभागीय समन्वय बनाकर प्रत्येक संभावित प्लेटफार्म द्वारा प्रसारित कराने पर बल दिया, ताकि जन-समुदाय में इन बीमारियों से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां पहुँच सके।
लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना प्राथमिकता- अरूण कुमार सिंह
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने कहा कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए)अभियान एवं फाइलेरिया और कालाजार के कम्युनिकेशन कैम्पेन के दौरान राज्य के सात जिलों दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, लातेहार, पलामू, सरायकेला-खरसांवा एवं चतरा में करीब 66 लाख परिवारों को फाइलेरिया से बचाव की दवा दी जानी हैं। आईडीए के पहले दिन नामित बूथों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों, सभी आंगनबाडी केंद्रों, वार्ड कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों में दवा दी जाएगी। बाकी दिनों में बच गए लोगों को घर-घर जाकर दवाइयां खिलाई जाएंगी। इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है । ये दवाएं 2 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को नहीं दी जाएंगी। यह बहुत ही जिम्मेदारी का कार्य हैं और उम्मीद है कि वे अपनी इस जिम्मेवारी को बखूबी निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (आईडीए)अभियान एवं फाइलेरिया और कालाजार के कम्युनिकेशन कैम्पेन का प्रचार-प्रसार बेहतर तरीके से करना है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि विभाग ममता वाहन के लिये भी नई गाइडलाइन लाने जा रहा है। विभाग कमियों को पहचान कर उसे दूर करने का प्रयास कर रहा है, ताकि राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि संथाल के 4 जिलों में कालाजार के प्रकोप को भी इस कैम्पेन के द्वारा दूर करने का प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम में अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भुवनेश्वर प्रताप सिंह, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ कृष्ण कुमार, सिवल सर्जन राँची सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।