रांची से हावड़ा के लिए शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस, सांसद सेठ ने कहा- हर सपने पूरे कर रही है मोदी सरकार
सांसद ने कहा कि दशकों बाद देश में ऐसी सरकार आई है, जो कहती है आप सपने देखो, हम उसे पूरा करेंगे।
रांची (संवाददाता) : रांची से हावड़ा के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ आज रांची स्टेशन से हुआ। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। रांची रेलवे स्टेशन पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में झारखंड के माननीय राज्यपाल सी०पी० राधाकृष्णन, रांची लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय सेठ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर सांसद सेठ ने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और पश्चिम बंगाल के सांस्कृतिक आदान-प्रदान का वाहक बनेगी। इसके साथ ही दोनों राज्यों के संबंध और भी मधुर होंगे। इसके परिचालन से आर्थिक समृद्धि में भी इजाफा होगा।
सांसद ने कहा कि दशकों बाद देश में ऐसी सरकार आई है, जो कहती है आप सपने देखो, हम उसे पूरा करेंगे। यह सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है। मैने अपने संसदीय काल में जो जो स्वप्न देखा है, उसे मूर्त रूप लेते हुए देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं यह सोचता था कि रांची राजधानी है तो इसका स्टेशन भी राजधानी जैसा दिखे। और यह अब पूर्ण हो रहा है। आजादी के इस अमृत काल में हमारे सपने पूरे हो रहे हैं। अभी रांची में 490 करोड़, हटिया में 388 करोड़, पिस्का में 48 करोड़ और मुरी में 35 करोड़ की परियोजनाओं पर रेलवे के द्वारा काम किया जा रहा है। मेरा एक सपना था कि पिस्का का विकास दिल्ली के आनंद विहार के तर्ज पर हो, और वह काम भी आरंभ हो गया।
सांसद ने कहा कि मुझे खुशी है कि रांची और हटिया से अभी 76 ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इनमें कई साप्ताहिक ट्रेनें शामिल हैं। कई ट्रेनें सप्ताह में दो दिन चलती हैं। उनके फेरे बढ़ सकें, इस दिशा में मेरा प्रयास चल रहा है। इसके अतिरिक्त रांची से दक्षिण भारत को जोड़ने के एक अंत्योदय एक्सप्रेस का भी संचालन हो, इसके लिए मैंने रेलमंत्री जी से आग्रह किया है। इससे रोजगार, शिक्षा, उपचार और अन्य कार्यों से दक्षिण भारत जाने वाले लोगों को सहूलियत होगी।
सेठ ने कहा कि रांची से बनारस और हटिया से पूरी के लिए वंदे भारत का संचालन हो, इसके लिए भी मैने रेलमंत्री से आग्रह किया है। बहुत जल्द इसके भी सार्थक परिणाम सामने आएंगे, यह विश्वास है क्योंकि मोदी है तो सबकुछ मुमकिन है।