संजय सेठ की अनुशंसा पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से 26 मरीजों को उपचार के लिए मिले धन राशि

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, झारखंड

सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को इलाज के लिए राशि मिलना प्रधानमंत्री जी की सहृदयता है।

26 patients received funds from the Prime Minister's National Disaster Relief Fund for treatment

रांची (संवादाता): रांची के सांसद संजय सेठ की अनुशंसा पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से वर्ष 2022 में 26 लोगों को 55 लाख 41 हजार की राशि विभिन्न गंभीर व असाध्य रोगों से उपचार के लिए प्रदान की गई है। यह राशि सांसद की अनुशंसा पर रांची लोकसभा क्षेत्र के नागरिकों को दी गई है।

जिन नागरिकों को यह राशि प्रदान की गई है, उनमें 14 कैंसर के मरीज, 7 दिल और किडनी से जुड़े मरीज हैं जबकि अन्य रोगों के 5 मरीजों को यह राशि प्रदान की गई है। रांची लोकसभा क्षेत्र के रांची जिला व सरायकेला खरसावां जिला में गंभीर रोगों जैसे कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण, ब्लड कैंसर, दिल से जुड़े रोग, ब्रेन ट्यूमर, प्लास्टिक एनीमिया सहित कई अन्य असाध्य रोगों के उपचार के लिए राशि प्रदान की गई है। ऐसे 13 गंभीर मरीजों को तीन तीन लाख रुपए की राशि दी गई है, जो असाध्य रोगों से जूझ रहे थे। जिससे इन मरीजों का उपचार बहुत सुगम हुआ है।

सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को इलाज के लिए राशि मिलना प्रधानमंत्री जी की सहृदयता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। सांसद श्री सेठ ने कहा कि इसके तहत असाध्य रोग से जूझ रहे कोई भी नागरिक अपने उपचार के लिए राशि ले सकते हैं परंतु नागरिकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि जिस अस्पताल से उपचार करा रहे हों, वह अस्पताल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से राशि लेने के लिए अधिकृत हो।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से देशभर के लोगों को असाध्य रोगों के उपचार हेतु राशि प्रदान की जाती है। इसके लिए संबंधित रोगियों या उनके अभिभावक का आय प्रमाण पत्र, जिस अस्पताल में इलाज हो रहा हो वहां का स्टीमेट, आधार कार्ड, रोगियों की पासपोर्ट साइज की फोटो अनिवार्य होती है। आवेदन के न्यूनतम 40 से 50 दिनों की समय सीमा में उपचार के लिए राशि निर्गत की जाती है, जो सीधे अस्पतालों के खाते में भेजी जाती है।