Farmers Center Meeting: केंद्र और किसानों के बीच सातवीं बैठक आज, पिछली बैठक रही बेनतीजा

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, पंजाब

सरवन सिंह पंधेर ने कहा - उम्मीद है कि केंद्र सरकार आज हमारी मांगों का समाधान निकाल लेगी।

Central Government and Farmers seventh meeting today News In Hindi

Central Government and Farmers seventh meeting today News In Hindi: फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और अन्य मांगों को लेकर केंद्र और किसानों के बीच सातवें दौर की बैठक आज यानी बुधवार को होगी। चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी संस्थान में सुबह 11 बजे होने वाली बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा पंजाब सरकार के मंत्री और अधिकारी शामिल होंगे। किसानों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर के नेतृत्व में 28 किसान नेता पहुंचेंगे।

सरवन सिंह पंधेर ने कहा - उम्मीद है कि केंद्र सरकार आज हमारी मांगों का समाधान निकाल लेगी। खनौरी और शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स हटाए जाएं। इससे ट्रांसपोर्टरों, व्यापारियों और स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी। बैरिकेडिंग के कारण उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है।

हम 21 मार्च को पंजाब और हरियाणा के विधायकों के घर जाकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहे हैं। उनसे खराब हालत वाले संपर्क मार्गों की मरम्मत करने को कहा जाएगा। हम इस मुद्दे को भी बातचीत में उठाएंगे।

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 113 दिनों से खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर हैं। 14 और 22 फरवरी को हुई पिछली दो बैठकों में डल्लेवाल चंडीगढ़ में एम्बुलेंस में बैठकर बैठक में शामिल हुए थे। आज भी वह खनौरी बॉर्डर से एंबुलेंस में बैठकर मीटिंग के लिए जा रहे हैं। पिछली मुलाकात में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दल्लेवाल का हालचाल पूछा था।

किसान आंदोलन से जुड़ी अहम बातें...

हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा

फरवरी 2024 में शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर सड़क को अवरुद्ध कर दिया था। इसके खिलाफ अंबाला के व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय ने एक सप्ताह के भीतर सीमा खोलने का आदेश दिया। लेकिन हरियाणा सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 10 सुनवाई कर चुका है। इस दौरान एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति भी गठित की गई थी, जो किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता कर मसले का समाधान निकाल सकती थी, लेकिन समिति ने मसले का कोई समाधान नहीं निकाला।

दिल्ली की ओर कूच करने की 3 बार कोशिश की गई

केंद्र द्वारा बातचीत बंद करने के बाद किसानों ने दिल्ली की ओर कूच करने का फैसला किया। हालांकि, हरियाणा सरकार ने ट्रैक्टर को दिल्ली जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना किया गया। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने भी उन्हें शंभू सीमा पर बैरिकेड्स पर रोक दिया। किसानों ने 6, 8 और 14 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें तीनों बार रोक दिया।

डल्लेवाल ने भूख हड़ताल शुरू की

इस बीच, किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने अपनी संपत्ति बेटे, बहू और पोते के नाम करने के बाद भूख हड़ताल की घोषणा की है। हालांकि, 26 नवंबर 2024 को भूख हड़ताल से पहले ही उन्हें पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया। लेकिन उन्होंने वहीं अपना आमरण अनशन शुरू कर दिया। किसानों के दबाव में पंजाब पुलिस ने उन्हें 1 दिसंबर को रिहा कर दिया। तब से उनका आमरण अनशन जारी है।

इस बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। हालाँकि, डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया। अदालत में उनके स्वास्थ्य संबंधी मामले की लगभग 10 बार सुनवाई हुई। जिसके बाद केंद्र ने 14 फरवरी को बातचीत के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद दल्लेवाल चिकित्सा सहायता लेने के लिए सहमत हो गए।

(For More News Apart From  Central Government and Farmers seventh meeting today News In Hindi, Stay Tuned To Spokesman Hindi)