सिविल अस्पताल में पड़ा कबाड़ बेचकर नई सुविधाएं लाने की थी योजना, ऑडिट के बाद भी चंडीगढ़ में अटकी फाइल
स प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बार-बार चंडीगढ़ मुख्यालय को लिख रहे हैं।
जालंधर : हाल ही में पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन के इंजीनियर विंग के विशेषज्ञों ने अस्पताल में क्षतिग्रस्त सामान का ऑडिट किया. ताकि कबाड़ का सामान बेचकर अस्पताल के खाते में पैसा आ सके और अस्पताल में वर्षों से फैली गंदगी को दूर किया जा सके. लेकिन ऑडिट के बाद फाइल चंडीगढ़ में अटकी हुई है और आगे की प्रक्रिया कब पूरी होगी पता नहीं।
सिविल अस्पताल में जब पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन के सदस्य ने अस्पताल के संबंध में ऑडिट किया तो अस्पताल प्रशासन ने समय पर रिपोर्ट पूरी कर ऑडिट में पाई गई कमियों को लेकर चंडीगढ़ कार्यालय को भेज दी.
सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव शर्मा का कहना है कि अस्पताल में सामान का ऑडिट कराया गया है. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बार-बार चंडीगढ़ मुख्यालय को लिख रहे हैं।
सिविल अस्पताल के बेसमेंट में लंबे समय से क्षतिग्रस्त सामान रखा हुआ है, साफ-सफाई का भी बुरा हाल है, आलम यह है कि बीमारियों का इलाज करने वाला सिविल अब खुद इसका शिकार हो रहा है. बेसमेंट में गंदगी की तस्वीरें चौंकाने वाली हैं, जो विभागीय लापरवाही का नतीजा है, गंदगी के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है, जबकि अस्पताल में नए उपकरण रखने की जगह नहीं है. क्योंकि बेसमेंट में बड़ी संख्या में टूटे-फूटे गद्दे और टूटी-फूटी मशीनरी पड़ी है।