Jalandhar Rape-Murder Case: 13 साल की नाबालिग हत्या केस में लापरवाही के चलते ASI मंगत राम बर्खास्त

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, पंजाब

जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने फोन पर जानकारी दी

ASI Mangat Ram dismissed for negligence in the murder case of a 13-year-old minor.

Jalandhar Rape-Murder Case: पंजाब पुलिस ने जालंधर में 13 साल की नाबालिग लड़की के रेप और मर्डर के मामले में ASI मंगत राम को बर्खास्त कर दिया है। मंगत राम पर आरोप है कि उन्होंने ड्यूटी के दौरान लापरवाही की और लड़की के परिवार को गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा था कि उनकी बेटी उस घर में नहीं है जहां उसकी हत्या हुई थी। (ASI Mangat Ram dismissed for negligence in the murder case of a 13-year-old minor news in hindi) 

जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने बताया कि ASI मंगत राम को नौकरी से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंगत राम की लापरवाही और ड्यूटी के दौरान सही जानकारी न देने के कारण यह कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, इस मामले में दो और PCR कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

देश में हर दिन दर्ज होते हैं बलात्कार के 86 मामले

जालंधर में 13 वर्षीय बच्ची के साथ उसके पड़ोसी द्वारा कथित बलात्कार और बेरहमी से हत्या की घटना ने न केवल आम जनता को झकझोर कर रख दिया है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बलात्कार महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में चौथे सबसे बड़े अपराध के रूप में दर्ज किया गया। 2021 में कुल 31,677 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए, यानी औसतन हर दिन लगभग 86 मामले। यह संख्या 2020 के 28,046 मामलों से अधिक है, जबकि 2019 में यह 32,033 थी। 

रिपोर्ट का सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि 31,677 मामलों में से 28,147 मामलों (लगभग 89%) में आरोपी पीड़िता को जानता था, चाहे वह रिश्तेदार, पड़ोसी या कोई अन्य परिचित व्यक्ति हो। इसके अलावा, लगभग 10% पीड़ित नाबालिग थीं, यानी 18 वर्ष से कम आयु की।

दिल्ली पुलिस के 2019–2020 के आंकड़ों में भी 44% पीड़िताओं ने आरोपियों को रिश्तेदार या पारिवारिक सदस्य बताया। यही कारण है कि लोगों के मन में यह भय बैठ रहा है कि अपने ही परिचित लोग बेटियों के लिए दरिंदे बनकर सामने आ रहे हैं, जिसके कारण अब माता-पिता किसी पर भी भरोसा करने में हिचकिचाने लगे हैं। राजस्थान 2021 में सबसे अधिक बलात्कार के मामलों वाला राज्य रहा, इसके बाद मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का स्थान रहा। महानगरों में दिल्ली 1,226 मामलों के साथ सबसे आगे रही।

जालंधर की ताजा घटना के बाद लोगों में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ गई है। घरों, गलियों और बाजारों में लोग तेजी से सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवा रहे हैं। दुकानदारों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में सी.सी.टी.वी. कैमरों की मांग में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है। कई लोगों का मानना है कि यदि निगरानी प्रणाली मजबूत हो, तो यह घटनाओं को रोकने और अपराधियों की पहचान करने में महत्वपूर्ण मदद कर सकती है। आज के समय में यह एक बड़ी और तत्काल आवश्यकता बन चुकी है।

(For more news apart from ASI Mangat Ram dismissed for negligence in the murder case of a 13-year-old minor news in hindi, stay tuned to Rozanaspokesman Hindi)