कुछ मनुष्य स्वाभाविक रूप से कुछ करने की क्षमता और इच्छा रखते हैं: धनंजय प्रसाद
प्रसाद ने बताया कि 04 फरवरी को "कुटीर उद्योग" पर प्रबंध न्यासी रागनी रंजन अपने नियंत्रण में महिलाओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन की है।
Patna: कुछ इंसानों में कुछ कर गुजरने की क्षमता और तमन्ना नैसर्गिक रूप में पाया जाता है, ऐसे इंसान अगर किसी काम का बीड़ा उठाता है तो उस कार्य के लिए अपने आप को समर्पित कर देता है। उक्त बातें जीकेसी पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद ने एक वार्ता के क्रम में कही।
उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक इंसान जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागनी रंजन है जिन्होंने हम सबों के लिए प्रेरणास्त्रोत आदरणीय हैं, जिन्होंने कायस्थ महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनने में मदद करने हेतु "कुटीर उद्योग" का सपना देखी और उसे पूरा करने के लिए तन, मन और धन से लगी हुई है।
प्रसाद ने कहा कि इसका प्रत्यक्ष गवाह मैं स्वयं हूं और पिछले 10-12 दिनों से लगातार देख रहा हूँ कि प्रबंध न्यासी रागनी रंजन खुद पटना के मंडियों में जाकर "कुटीर उद्योग" के लिए हजारों हजार रुपयों का मसाला खरीदना, शुद्धता को ध्यान में रखकर सरसो खरीद कर उसका तेल मशीन से अपने सामने निकलवाना, मसाले तैयार करने हेतु बिभिन्न तरह की मशीनों के बारे में जानकारी लेने के लिए पटना के एक्जिबिशन रोड के दुकानों का भ्रमण कर डिलीवरी के लिये आर्डर देना, मशीनों को अस्थायी रूप से स्थापित करने के लिये स्थल का निरीक्षण करना, आदि कार्यों में तन, मन और धन से लगी हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रबंध न्यासी ने देश के सभी प्रान्तों के जीकेसी पदाधिकारियों से इस संबंध में जूम मीटिंग कर, सभी लोगों का मंतव्य प्राप्त कर "कुटीर उद्योग" को अच्छे और सुचारू ढंग से चलाने की पहल कर रही है। उनकी ऊर्जा और मेहनत को देखते हुए मेरा दावा है कि उनका ये सपना जरूर साकार होगा और उन्हें सफलता मिलेगी।
प्रसाद ने बताया कि 04 फरवरी को "कुटीर उद्योग" पर प्रबंध न्यासी रागनी रंजन अपने नियंत्रण में महिलाओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन की है।