अब नशा मुक्त होगा पंजाब: प्रदेश की 13 हजार पंचायतें तंबाकू का सेवन या बिक्री नहीं करने का लेंगी संकल्प

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, पंजाब

अब राज्य में हमें भोजन की आवश्यकता है, तंबाकू की नहीं। यह थीम गूंजेगा।

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नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, भारत में तंबाकू के इस्तेमाल से हर साल एक करोड़ से ज्यादा मौतें होती हैं। दुनिया के 12% धूम्रपान करने वाले भारत में रहते हैं। लेकिन पंजाब से एक अच्छी खबर है, क्योंकि जल्द ही पंजाब तंबाकू मुक्त हो जाएगा।

पंजाब में 31 मई से 31 जुलाई तक दो महीने में पंचायतों के अंतर्गत आने वाले 13 हजार से अधिक गांवों में तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प लेंगे. तंबाकू का सेवन करने और बेचने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। प्रदेश के 739 गांव तंबाकू मुक्त हो चुके हैं। वहीं अब राज्य में हमें भोजन की आवश्यकता है, तंबाकू की नहीं। यह थीम गूंजेगा।

बता दें कि एनएफएचएस-5 के आंकड़ों (2020-21) के अनुसार, राज्य में तंबाकू के उपयोग का प्रसार 5 वर्षों में 19.2% से घटकर 12.9% हो गया है, जो देश के सभी राज्यों में सबसे कम है।

वैज्ञानिक साक्ष्य ने स्पष्ट रूप से स्थापित किया है कि तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने से मृत्यु, बीमारी और विकलांगता होती है। निकोटीन एक हानिकारक रसायन है। तंबाकू हमारे लिए किसी भी रूप में घातक है। इससे ब्लड प्रेशर के साथ-साथ और भी कई बीमारियां हो सकती हैं। धूम्रपान से रक्त, मूत्राशय, गर्भाशय ग्रीवा, फेफड़े, यकृत, गुर्दे, गले, अग्न्याशय, मुंह, गले, गुर्दे, बृहदान्त्र, गुदा, पेट का कैंसर भी हो सकता है।

बता दें कि राज्य के 28632 में से 28244 स्कूलों (98.6%) को 90% से अधिक के स्व-मूल्यांकन स्कोर के साथ तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है। वहीं प्रदेश के 739 गांवों ने खुद को तंबाकू मुक्त घोषित किया है। अब दो माह तक 13 हजार से अधिक पंचायतों को तंबाकू मुक्त गांव बनाने के लिए प्रस्ताव देना होगा।