दुर्लभ प्रजाति के कछुए ले जा रहे पश्चिम बंगाल के दो तस्कर गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि इन कछुओं को तस्करी कर विदेश में बेचा जाता है, जहां इनसे दवा और सौंदर्य प्रसाधन बनाए जाते हैं।
बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया जंक्शन स्टेशन पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने आजमगढ़ से पश्चिम बंगाल ले जाए जा रहे दुर्लभ प्रजाति के 97 कछुए बरामद किए हैं। इस मामले में तीन कथित तस्करों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इन कछुओं को तस्करी कर विदेश में बेचा जाता है, जहां इनसे दवा और सौंदर्य प्रसाधन बनाए जाते हैं।
जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक वी के सिंह ने सोमवार को बताया कि बलिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से एक बोरे और बैग से सुंदरी प्रजाति के 97 कछुए बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि होली के त्योहार को देखते हुए पुलिस रविवार को निरीक्षण कार्य कर रही थी, तभी बलिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म के पूर्वी छोर पर एक बोरा और थैला लिए कुछ संदिग्ध लोग दिखाई दिए।
सिंह के मुताबिक, इन लोगों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, मगर उन्हें पकड़ लिया गया और बाद में बोरे व बैग की तलाशी लेने पर उनमें दुर्लभ सुंदरी प्रजाति के 97 कछुए मिले।
सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके से पश्चिम बंगाल के रहने वाले बाकी मंडल और महेंद्र प्रताप साह के साथ ही अंबेडकरनगर निवासी हेमंत को गिरफ्तार किया है। सिंह के अनुसार, कथित कछुआ तस्करों ने प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे कछुओं को आजमगढ़ से खरीदकर पश्चिम बंगाल ले जा रहे थे।
अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों ने बताया कि प्रयागराज सहित कई स्थानों से कछुओं को इकट्ठा कर बंगाल और असम पहुंचाया जाता है, जहां से उन्हें विदेश में ले जाकर बेच दिया जाता है। सिंह के अनुसार, आरोपियों ने बताया कि विदेश में इन कछुओं का इस्तेमाल दवा और सौंदर्य प्रसाधन के निर्माण में किया जाता है।