42 घंटे बाद प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बहाल, लोगों ने ली राहत की सांस

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, उत्तरप्रदेश

रविवार सुबह करीब आठ बजे से इंटरनेट बंद कर दिया गया था।

Internet service restored in Prayagraj after 42 hours, people heave a sigh of relief

प्रयागराज (उप्र) : संगम नगरी प्रयागराज में पहली बार दो दिनों तक इंटरनेट बंद रहने से यहां के लोगों का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। सोमवार की देर रात इंटरनेट बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली है और अब चीजें सामान्य रूप से चल रही हैं। बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद नगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन के निर्देश पर रविवार सुबह करीब आठ बजे से इंटरनेट बंद कर दिया गया था।

नगर के जीरो रोड पर घर से ही मुगल बाइट्स नाम से क्लाउड किचन चलाने वाली सानिया सलीम ने बताया कि इंटरनेट बंद रहने से दो दिनों तक खाने का आर्डर नहीं आया जिससे उन्हें 8-10 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।

उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन उनका क्लाउड किचेन ठंडा रहा, अब इंटरनेट बहाल होने से आर्डर आने शुरू हो गए हैं। ऑनलाइन मार्केटिंग का काम करने वाले अनंत चतुर्वेदी ने कहा कि चूंकि ज्यादातर काम आनलाइन होने लगा है, ऐसे में पिछले दो दिनों तक इंटरनेट बंद रहने से समय और पैसे दोनों का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, आनलाइन भुगतान नहीं होने से हमें नकदी लेकर चलना पड़ा।

चतुर्वेदी ने कहा कि बाजार में खरीददारी के दौरान इंटरनेट नहीं चलने की वजह से नकदी की मांग आने लगी क्योंकि इस दौरान गूगल पे, फोन पे आदि काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने कह, “कल रात बाथरूम जाने के लिए उठा तो फोन चेक करने पर इंटरनेट चालू देखा और राहत की सांस ली।” शेयर ब्रोकिंग फर्म मास्टर ट्रस्ट के स्वामी अजय गुप्ता ने कहा कि इंटरनेट बंद होने से सोमवार को शेयर ट्रेडिंग का काम प्रभावित रहा क्योंकि लोग शेयरों की खरीद फरोख्त नहीं कर सके। उनका कहना था कि इंटरनेट अब केवल मनोरंजन का साधन मात्र नहीं रहा, बल्कि पूरा व्यापार इस पर निर्भर है।

उन्होंने कहा, “मेरे जीवन में इंटरनेट बंद होने की घटना पहली बार हुई है और हर कोई एक दूसरे से कटा रहा। अब कारोबार सामान्य रूप से चल रहा है।” केंद्रीय विद्यालय, ओल्ड कैंट में कक्षा पांच के विद्यार्थी सूर्यादित्य चतुर्वेदी ने कहा, “इंटरनेट बंद रहने से मैं पढ़ नहीं पाता था, गेम नहीं खेल पाता था और वीडियो नहीं देख पाता था। ऊब जाता था, कोई काम नहीं था।”