UP : अचानक एक दिहाड़ी मजदूर के खाते में आ गए 2 अरब 21 करोड़ रुपये, इनकम टैक्स ने भेजा नोटिस तो उड़े होश

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, उत्तरप्रदेश

पूरा मामला बस्ती के लालगंज थाना क्षेत्र के बरतनिया गांव का है.

PHOTO

बस्ती (उप्र) : उत्तर प्रदेश के बस्ती से हैरान कर देने वाला मामला सामना आया है. यहां एक दिहाड़ी के खाते में 2 अरब 21 करोड़ से ज्यादा रुपये आ गए.  बैंक खाते में इतनी रकम देखकर मजदूर की आंखें फटी रह गईं. लेकिन अब ये रकम उसके लिए मुसीबत का सबब बन गई है. उसके घर आयकर विभाग का नोटिस पहुंच गया. 

बता दें कि पूरा मामला बस्ती के लालगंज थाना क्षेत्र के बरतनिया गांव का है. जहां रहने वाले शिवप्रसाद निषाद के घर आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा तो हड़कंप मच गया.शिवप्रसाद दिल्ली में पत्थर घिसाई का काम करता है.  जब उसके बैंक खाते में जमा दो अरब 21 करोड़ 30 लाख रुपये के संबंध में आयकर ने नोटिस भेजा गया तो हर जगह हड़कंप मच गया.  नोटिस में शिवप्रसाद के बैंक खाते से 221 करोड़ रुपये का लेनदेन दिखाया गया है. साथ ही उसे 20 अक्टूबर या उससे पहले बैंक खाते और लेनदेन के विवरण के साथ स्थानीय आयकर कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

निषाद ने कहा, ‘‘मैं एक मजदूर के रूप में काम करता हूं। मुझे एक बड़ी रकम का आयकर नोटिस मिला है, जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।’’ यह नोटिस गांव में चर्चा का विषय बन गया है लेकिन इसने निषाद परिवार को चिंता में डाल दिया है।

निषाद अपने खाते में इतने पैसे देखकर हैरान और उसे समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर उसके खाते में से पैसे कैसे आ गए. वह अब दिल्ली से यूपी से आ गया है. निषाद ने कहा, ‘‘कुछ साल पहले मेरा पैन कार्ड खो गया था। मेरा मानना ​​है कि किसी ने मेरे खाते में पैसे जमा करने के लिए इसका दुरुपयोग किया है।’’ इस बाबत उसने लालगंज थाने जाकर पुलिस को मामले की जानकारी दी है. खाते की डिटेल निकालकर मामले की सीनियर ऑफिसर्स से भी शिकायत की है 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने  कहा, ‘‘मैंने लालगंज थाने के प्रभारी से मामले की जानकारी जुटाने को कहा है।’’  इस बारे में स्थानीय आयकर अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।  पुलिस अधिकारी ने बताया कि खाते में ट्रांजेक्शन की जांच की जा रही. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बैंक और आयकर विभाग संपर्क में है.

शिवप्रसाद ने कहा कि मैं मजदूर हूं. पत्थर घिसाई का काम कर पैसा कमाता हूं. मुझे नहीं पता इतना पैसा किसने लेनदेन किया है.