शोक प्रस्ताव के बाद विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित
उन्होंने कहा, ‘‘कोल के निधन से प्रदेश ने युवा नेता व कुशल राजनीतिज्ञ को खो दिया है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को दोनों सदनों की कार्यवाही विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी तथा कई अन्य सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किये जाने के बाद बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी।. उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के दूसरे दिन वर्तमान विधानसभा के सदस्य राहुल प्रकाश कोल तथा 15 पूर्व सदस्यों के निधन पर सदन ने शोक व्यक्त किया।
विधानसभा में नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छानबे सीट से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी अपना दल-सोनेलाल के विधायक राहुल प्रकाश कोल के गत दो फरवरी को हुए निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कोल गरीबों-वंचितों और वनवासी क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘कोल के निधन से प्रदेश ने युवा नेता व कुशल राजनीतिज्ञ को खो दिया है। उनका निधन समाज की अपूरणीय क्षति है।’’
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर भी शोक जताया। उन्होंने बनवारी लाल दोहरे, सुंदरलाल दीक्षित और रामचरण त्रिपाठी समेत विधानसभा के 14 अन्य पूर्व सदस्यों के निधन पर भी दुख व्यक्त किया।
विधानसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव, निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद, अपना दल-सोनेलाल के नेता आशीष पटेल और कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने भी सदन में शोक जताया। इस बीच, विधान परिषद की कार्यवाही भी पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी और सदन के सदस्य बनवारी लाल के निधन पर शोक व्यक्त किये जाने के बाद बुधवार तक के लिये स्थगित कर दी गयी।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह के सभापतित्व में शुरू हुई। उन्होंने त्रिपाठी के निधन पर शोक व्यक्त किया। इसके बाद नेता सदन एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उच्च सदन के सदस्य बनवारी लाल के निधन पर शोक-प्रस्ताव पेश किया।
इस प्रस्ताव पर सपा के लाल बिहारी यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भीमराव आम्बेडकर, शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी, निर्दलीय समूह के राजबहादुर सिंह चंदेल, भाजपा सदस्य अरूण पाठक और मानवेन्द्र प्रताप सिंह समेत विभिन्न सदस्यों के साथ-साथ सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की। सदन ने दिवंगतों की आत्माओं की शांति के लिए कुछ क्षण खड़े होकर मौन रखा। उसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी।