महापौर नगर निगमों की छवि सुधारने के साथ कुछ अच्छा और नया करें : CM योगी
योगी के आवास पर पहुंचे सातों महापौर ने अपनी जीत का श्रेय मुख्यमंत्री को दिया।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नवनिर्वाचित महापौरों को बधाई दी और उनसे नगर निगमों की छवि सुधारने के साथ ही ‘कुछ अच्छा’ और ‘कुछ नया’ करने की उम्मीद जताई।
योगी ने सात नवनिर्वाचित महापौरों से मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की और उन्हें जीत की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महापौरों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ दृष्टिकोण की तर्ज पर अपने-अपने नगर निगमों को भी आत्मनिर्भर बनाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने महापौरों को नगर निगमों की आय बढ़ाने और क्षेत्रीय समस्याओं का निस्तारण करने के साथ ही जनप्रतिनिधियों के समर्थन से नगर निगमों की सकारात्मक छवि प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश में चार मई और 11 मई को दो चरणों में हुए नगर निकाय चुनाव के नतीजे 13 मई को घोषित किए गए थे। राज्य के सभी 17 नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने महापौर पद पर जीत हासिल की थी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी के आवास पर पहुंचे सातों महापौर ने अपनी जीत का श्रेय मुख्यमंत्री को दिया।
बयान के मुताबिक, इस मौके पर योगी ने कहा, “विकास ही सफलता का माध्यम है। विकास के लिए धन की कमी नहीं है। विकास के जरिये आप परिवर्तन लाइए। सभी विकास कार्यों में मानक और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दीजिए।”
उन्होंने निर्देश दिया कि प्राथमिकता तय कर हर वार्ड का समुचित विकास करें और क्षेत्रीय समस्याओं के निस्तारण के प्रति सक्रिय एवं सजग रहें। मुख्यमंत्री ने भूमिगत केबल बिछाने के कार्य को प्राथमिकता पर रखने के साथ ही कूड़ा प्रबंधन और ‘स्ट्रीट लाइट’ लगाने के काम को भी तरजीह देने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने नगरीय इलाकों में आवारा कुत्तों की समस्याओं के निराकरण और गोवंश को भी प्राथमिकता पर रखने के निर्देश दिए।
सुरक्षित शहर की स्थापना पर जोर देते हुए योगी ने कहा कि महापौर सभी 17 नगर निगमों को ‘स्मार्ट’ बनाने की सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करें। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में शौचालय की सफाई व रखरखाव पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने बरसात से पहले नालों की सफाई करने और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर लगाम लगाने को भी कहा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले महापौरों में झांसी के बिहारी लाल, अलीगढ़ के प्रशांत सिंघल, मेरठ के हरिकांत अहलूवालिया, शाहजहांपुर की अर्चना वर्मा, मथुरा के विनोद अग्रवाल, गाजियाबाद की सुनीता दयाल और आगरा की हेमलता दिवाकर शामिल थीं।