नोएडा में पार्ट टाइम नौकरी का झांसा देकर दो महिलाओं से 21.50 लाख रुपये की ठगी
पीड़ित महिलाओं ने मामले की शिकायत साइबर अपराध थाने में की है।
नोएडा (उप्र) : पार्ट टाइम नौकरी कर घर बैठे लाखों रुपये कमाने का झांसा देकर साइबर जालसाजों ने दो महिलाओं से 21.50 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित महिलाओं ने मामले की शिकायत साइबर अपराध थाने में की है।
साइबर अपराध थाने की थाना प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि शिकायत में बरौला निवासी अलका सक्सेना ने कहा है कि बीते दिनों पार्ट टाइम नौकरी के संबंध में उनके ‘टेलीग्राम’ आईडी पर एक मैसेज आया था, जिसमें एक से तीन हजार रुपये रोजाना मुनाफा कमाने की बात कही गई थी।
महिला ने बताया कि संबंधित ऐप से जुड़ने और मुनाफा कमाने के लिए जालसाजों ने साढ़े दस हजार रुपये जमा करने की बात कही। इस पर महिला ने पति और खुद के खाते से यह रकम जालसाजों द्वारा बताए गए खाते में हस्तांतरित कर दी। शुरू में उसे 27 हजार रुपये का मुनाफा भी हुआ। इसके बाद जालसाजों ने महिला को प्रीपेड टास्क के तहत निवेश पर चार गुना मुनाफा कमाने का झांसा दिया और उनके खाते में रकम हस्तांतरित करने को कहा, जिस पर महिला ने अलग अलग मौकों पर जालसाजों द्वारा बताए गए खाते में कुल 11 लाख 19 हजार 845 रुपये हस्तांतरित कर दिए।
महिला ने बताया कि और पैसे निवेश करने का दबाव बनाए जाने पर उसे ठगी का अंदेशा हुआ। पैसे वापस मांगने पर जालसाजों ने महिला को टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया।
इसी तरह की एक घटना में सेक्टर-73 स्थित वेलिंग्टन एमराल्ड अपार्टमेंट निवासी एक महिला से 10 लाख 32 हजार 900 रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत में चार्ली मरियम्मा नामक महिला ने बताया कि बीते दिनों उसे व्हाट्सऐप पर एक संदेश मिला था जिसमें पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर दो से तीन गुना मुनाफा कमाने की बात कही गई थी। मंजूरी मिलने के बाद जालसाजों ने शिकायतकर्ता को एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि महिला को जालसाजों ने कुल 25 टास्क दिए और प्रतिदिन पांच टास्क पूरा करने को कहा। टास्क के तहत महिला ने पहले चरण में दस हजार रुपये का निवेश किया जिसपर उसे दो हजार 600 रुपये का मुनाफा हुआ और रकम खाते में आ गई। बाद में भी कई चरण तक मुनाफे की रकम शिकायतकर्ता के खाते में आती रही। इसके बाद और अधिक मुनाफा होने की बात कहकर जालसाजों ने महिला से कई बार में दस लाख से ज्यादा की रकम हस्तांतरित करा लिया और उसे ग्रुप से बाहर कर दिया।