उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी स्थिर

Rozanaspokesman

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 5.15 अंक यानी 0.03 प्रतिशत बढ़कर 18,599 अंक पर पहुंच गया।

Sensex, Nifty steady in volatile trade

मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक शुरू होने के साथ ही घरेलू शेयर बाजारों ने मंगलवार को एहतियाती रुख अपना लिया और उतार-चढ़ाव के बीच दोनों प्रमुख सूचकांक मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।  बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 5.41 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 62,792.88 अंक पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 5.15 अंक यानी 0.03 प्रतिशत बढ़कर 18,599 अंक पर पहुंच गया। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘मिले-जुले रुख के बीच स्थानीय बाजार लगभग स्थिर बंद हुए। एक समय निफ्टी नीचे चला गया था, लेकिन अंतिम आधे घंटे में लिवाली का सिलसिला चलने से इसके नुकसान की भरपाई हो गई।’’ 

कारोबारियों के मुताबिक, सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में बिकवाली का दबाव होने, विदेशी पूंजी की निकासी और वैश्विक बाजारों के कमजोर संकेतकों से घरेलू बाजार में कारोबारी धारणा पर असर पड़ा।

सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्राटेक में सर्वाधिक 3.13 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के भी शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

दूसरी तरफ, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आईसीआईसीआई बैंक और नेस्ले के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘हालांकि, बाजार स्थिर रुख के साथ बंद हुए, लेकिन ब्याज दरों की दृष्टि से संवेदनशील शेयरों मसलन बैंकिंग, वाहन और रियल्टी में लिवाली देखने को मिली। इसकी वजह यह है कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति बृहस्पतिवार को ब्याज दरों पर नतीजों की घोषणा करेगी।’’

बीएसई स्मॉलकैप 0.42 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि मिडकैप में 0.29 प्रतिशत का लाभ रहा। एशिया के अन्य बाजारों में जापान के निक्की में बढ़त दर्ज की गई, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नीचे आया।

यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। एक दिन पहले अमेरिकी बाजार भी सोमवार को गिरकर बंद हुए थे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजारों में आईटी शेयरों में बिकवाली के दबाव से मुनाफावसूली का जोर रहा। हालांकि, वाहन एवं बैंक शेयरों में तेजी ने बाजार को गिरावट से बचा लिया।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाजार की रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक पर नजरें टिकी हुई हैं। हालांकि, बाजार की आम राय यही है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में बढ़ोतरी पर लगाम का दौर जारी रख सकता है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.84 प्रतिशत गिरकर 75.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार से निकासी का रुख अपनाया हुआ है। एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 700.98 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।