अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क घटाने के फैसले पर पुनर्विचार करे सरकार : कांग्रेस

Rozanaspokesman

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पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि सरकार को भारतीय किसानों एवं बागवानों के हित में इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

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New Delhi: कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि सरकार ने अमेरिका को उपहार देते हुए अमेरिकी सेब (वाशिंगटन एपल) पर आयात शुल्क को 70 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करने का फैसला किया है जो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बागवानों एवं किसानों पर चाबुक चलाने वाला कदम है।

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि सरकार को भारतीय किसानों एवं बागवानों के हित में इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उस वक्त कहा करते थे कि विदेशी सेब पर 100 प्रतिशत आयात ड्यूटी लगा देंगे। लेक‍िन अब खबरें हैं क‍ि मोदी जी ने अमेर‍िका के सेब पर आयात शुल्क को 15 प्रतिशत करने का फैसला किया है जो पहले 70 प्रतिशत हुआ करता था।’’

कांग्रेस प्रवक्ता ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘मेजबान हो तो नरेन्द्र मोदी जी जैसा। अमेर‍िका के राष्‍ट्रपत‍ि (जो बाइडन) ह‍िंदुस्‍तान आते हैं और अपने देश के क‍िसानों के ल‍िए उपहार लेकर चले जाते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के अपने सेब किसानों पर चाबुक चला रहे हैं। ’’

सुप्रिया ने हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक आपदा का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हिमाचल में 10 हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। राज्य की जीडीपी का करीब 14 प्रतिशत हिस्सा सेब के बागानों से आता है। आज वहां के लोगों को सहायता की जरूरत है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी राज्य के 5 लाख से ज्यादा सेब बागवानों के साथ नाइंसाफी कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और अपने किसानों को फायदा पहुंचाने के बारे में सोचना चाहिए।’’