Ultra-Processed Food: कई जानलेवा बीमारियों का कारण बन रहे हैं अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड
अतिपोषण से होने वाली समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
Ultra-processed foods are causing many deadly diseases News In Hindi: आज की युवा पीढ़ी की जीवनशैली काफी बिगड़ गई है। हाल ही में नमक, चीनी, वसा, कृत्रिम रंग और कृत्रिम मिठास के उपयोग के कारण फैटी लीवर और आंतों से संबंधित समस्याएं आम होती जा रही हैं, यानी अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड कई बीमारियों की जड़ बन रहा है। अभी तक देश का सारा ध्यान कुपोषण की समस्या पर है. अतिपोषण से होने वाली समस्याओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज एक तरफ कुपोषण है तो दूसरी तरफ जंक फूड के अत्यधिक सेवन से होने वाली बीमारियों की चुनौती तेजी से फैल रही है।
शरीर को फिट और स्वस्थ रखने के लिए खान-पान का ध्यान रखना जरूरी माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, आप जिस तरह की चीजों का सेवन करते हैं उसका सीधा असर शरीर पर पड़ता है। कुछ चीजें आपको कई बीमारियों से बचा सकती हैं तो कुछ आपको गंभीर बीमारियों (Ultra-Processed Food) का शिकार भी बना सकती हैं.
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड क्या है? (Ultra-Processed Food)
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में चीनी, वसा और नमक की मात्रा अधिक होती है। ये खाद्य पदार्थ मुख्यतः 'ready to use' शैली के हैं। आइसक्रीम, सॉस, कुरकुरे, बिस्कुट, कार्बोनेटेड पेय, इंस्टेंट सूप आदि इस श्रेणी में आते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया है कि इन चीजों का अधिक सेवन करने से शरीर में कैलोरी और वसा की मात्रा बढ़ सकती है। इनके अधिक सेवन से शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर लेवल हाई हो सकता है, जिससे ऐसे खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य को कई तरह के नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से अस्थमा, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार और कैंसर के खतरे के बारे में साक्ष्य सीमित हैं लेकिन इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
रिपोर्ट्स का दावा
जो लोग अधिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड भोजन खाते हैं, उनमें 32 गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, जिनमें मानसिक स्वास्थ्य विकार, हृदय रोग, टाइप-2 मधुमेह, मोटापा आदि शामिल हैं।