डॉक्टर बनने के बाद भी नहीं मिला सटिस्फेक्शन, कुछ नया करने के जुनून ने बनाया आईएएस

Rozanaspokesman

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डॉ. नेहा जैन ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी टॉप करके आईएएस बन अपने सपनों को साकार कर लिया।

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Success Story :भारत में यूपीएससी परीक्षा पास करना हर युवा का सपना है.  जिसके लिए कई छात्र आखरी अटेम्प्ट तक प्रयास करते है. वहीं कई छात्र पहले ही प्रयास में यूपीएससी टॉप करके आईएएस बन जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही हैं आईएएस अधिकारी डॉ. नेहा जैन के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी टॉप करके आईएएस बन अपने सपनों को साकार कर लिया।

आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी...

डॉ. नेहा जैन ने साल 2017 में यूपीएससी क्लियर करके आईएएस अधिकारी बनी थीं. बता दें कि नेहा पहले दांत की डॉक्टर थीं. उनका जन्म दिल्ली में हुआ था. उनके माता-पिता पीके जैन और मंजूलता जैन एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करते हैं. जबकि उनका छोटा भाई डॉक्टर है.

 नेहा 12वीं के बाद बीडीएस करके डेंटिस्ट दांत की डॉक्टर बनीं।  लेकिन उनका मन ऐसा करने का था जिससे कुछ बदलाव हो सके. आखिरकार उन्होंने आईएएस बनने का फैसला कियाऔर यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग क्लास ज्वाइन कर ली. जहां उन्होंने करंट अफेयर्स को पूरा करने का टारगेट रखा.

 नेहा का मानना है कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए चार से पांच घंटे दिया जाए तो यह पर्याप्त है.  डॉ. नेहा जैन बताती हैं कि उन्होंने बेसिक्स से शुरुआत की. अपनी राइटिंग स्किल बढ़ाने के लिए प्रतिदिन अखबारों के संपादकीय पढ़ा करती थीं. अखबार पढ़ने से करंट अफेयर्स भी अपडेट रहा करता था. उन्होंने मॉक टेस्ट दिए. इसके नतीजों से उन्होंने अपने कमजोर एरिया की पहचान की और उस पर अधिक मेहनत की.

मेन्स की तैयारी के लिए आंसर राइटिंग की खूब प्रैक्टिस करने की सलाह देती हैं. उनकी यह भी सलाह है कि आंसर राइटिंग में प्वाइंट्स जरूर शामिल करें. इसी रणनीति से उन्होंने यूपीएससी 2017 में ऑल इंडिया 14वीं रैंक हासिल किया था.