नासिक की रसायन फैक्टरी में लगी भीषण आग, 24 घंटे बाद भी काबू नहीं..

Rozanaspokesman

राज्य

अधिकारियों ने कहा था कि विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज आसपास के गांवों में भी सुनाई दी। आग और धुआं दूर से ही देखा जा सकता था। घटना लगभग सुबह...

Fierce fire in chemical factory of Nashik, not controlled even after 24 hours..

नासिक : महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक रसायन फैक्टरी में आग लगने के 24 घंटे से अधिक समय बाद भी आग की लपटों को बुझाने के प्रयास जारी हैं। घटना में दो लोगों की जान चली गई थी। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि दमकल की करीब 10 गाड़ियां अब भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। आग पर पूरी तरह से काबू पाने में कुछ और समय लगेगा।

इगतपुरी तालुका में नासिक-मुंबई राजमार्ग के किनारे मुंढेगांव स्थित जिंदल पॉली फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी की भट्ठी (ब्वॉयलर) में विस्फोट होने के बाद रविवार सुबह लगभग साढ़े 11 बजे भीषण आग लगी थी। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी और 17 अन्य लोग घायल हो गए थे।

अधिकारियों ने कहा था कि विस्फोट इतना जोरदार था कि इसकी आवाज आसपास के गांवों में भी सुनाई दी। आग और धुआं दूर से ही देखा जा सकता था। घटना लगभग सुबह साढ़े 11 बजे हुई थी।

राज्य सरकार ने आग लगने के सही कारण का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का फैसला किया है।

घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है, लेकिन इसे अभी पूरी तरह से बुझाया जाना बाकी है।” अधिकारी ने कहा, “ऊपरी मंजिल पर आग बुझा दी गई है, लेकिन भूतल पर पड़े प्लास्टिक के दाने आग पकड़ रहे हैं, जिसके कारण वहां अभी भी आग लगी हुई है।”

उन्होंने कहा कि दमकल की आठ से दस गाड़ियां अभी भी मौके पर मौजूद हैं और आग बुझाने के प्रयास कर रही हैं।

अधिकारी ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मियों सहित पुलिस के जवान भी घटनास्थल पर आग बुझाने के अभियान में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, “आग को पूरी तरह से बुझाने में कुछ और समय लगेगा। आग बुझाने का काम शाम तक जारी रह सकता है, क्योंकि धुआं अभी भी निकल रहा है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को दुर्घटनास्थल का दौरा किया था और बाद में नासिक के अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की थी।

मुंढेगांव नासिक से लगभग 30 किलोमीटर और मुंबई से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित है।

मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रत्येक मृतक के परिजन को राज्य सरकार की ओर से पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी और घायलों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी।