Punjab News: ‘विकसित भारत@2047: वॉयस ऑफ यूथ’ अभियान का पंजाब राजभवन से हुआ आगाज़

Rozanaspokesman

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राज्यपाल ने राज्य के युवाओं से 2047 तक विकसित भारत के लिए अपने विचार साझा करने और योगदान देने का किया आह्वान।

'Viksit Bharat at 2047: Voice of Youth'

'Viksit Bharat at 2047: Voice of Youth': वर्ष 2047 तक भारत को एक समग्र विकास के युग की ओर ले जाने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय ‘विकसित भारत@2047: वॉयस ऑफ यूथ’ अभियान सोमवार को पंजाब राजभवन से शुरू हुआ. समारोह में उपस्थित मेहमानों को संबोधित करते हुए, बनवारी लाल पुरोहित, राज्यपाल पंजाब और प्रशासक यूटी, चंडीगढ़ ने कहा कि ‘विकसित भारत @ 2047’ भारत सरकार का देश की आजादी के 100वें वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना है. 

इसके लिए, सभी हितधारकों की भागीदारी के साथ एक महत्वाकांक्षी और परिवर्तनकारी एजेंडा तैयार करने की आवश्यकता है। युवा, जिसकी देश की जनसंख्या में सबसे बड़ी भागीदारी है, उसकी इसमें बहुत बड़ी भूमिका है।

शिक्षाविदों से बदलाव की इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने की जिम्मेदारी उठाने का आह्वान करते हुए, श्री पुरोहित ने कहा कि युवाओं के नवीन विचारों को राष्ट्र निर्माण में शामिल करना और उन्हें 2047 तक विकसित भारत के सपने को मूर्त रूप देने में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करना जरूरी है। 

यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक युवा, विशेषकर कॉलेजों/संस्थानों और विश्वविद्यालयों के युवा इस राष्ट्र-निर्माण के महत्वपूर्ण कार्य में भाग लें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षाविदों को युवाओं में नैतिक मूल्यों और अनुशासन, विशेष रूप से समय-प्रबंधन कौशल को विकसित करके उनके चरित्र निर्माण में सहायता करनी चाहिए।

इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्यपाल ने युवाओं से तीन सवाल भी पूछे और उनसे इनका जवाब भी जानना चाहा, जो कुछ इस प्रकार से थे, “विकसित भारत@2047 ('Viksit Bharat at 2047: Voice of Youth') को संभव बनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं? इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए हमें क्या करने की आवश्यकता है? विभिन्न पहलुओं के अनुरूप 2047 में विकसित भारत कैसा दिखना चाहिए?” राज्यपाल ने कहा, ‘‘आपमें से हर कोई इसके बारे में सोच सकता है और ‘‘विकसित भारत@2047 आइडियाज़ पोर्टल’’ पर अपने सुझाव भेज सकता है।’’

इससे पहले, सशक्त भारतीयों, सुशासन और सुरक्षा सहित प्रासंगिक विषयों पर पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें पंजाब एवं चंडीगढ़ के प्रमुख शिक्षाविदों ने विचार-विमर्श किया। सचिव शिक्षा, यूटी, चंडीगढ़ ने ‘विकसित भारत@2047 में युवाओं को शामिल करना-संभावित दृष्टिकोण’ संबंधी जानकारी प्रदान की।

इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पंजाब राजभवन में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 20 से अधिक कुलपतियों, संस्थानों के प्रमुखों, 250 से अधिक प्रिंसिपलों, डीन और राज्य भर के कॉलेजों के फेकल्टी सदस्यों के साथ शिक्षाविदों का एक अनूठा संगम देखने को मिला। इसके अलावा, चंडीगढ़ और पंजाब के उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।