मुंबई-गोवा तेजस एक्सप्रेस में 14 अप्रैल से लगाया जाएगा दूसरा विस्टाडोम कोच
ये कोच मुंबई से पुणे और गोवा के रेल खंडों में सफर करने वाले यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
मुंबई : यात्री सफर के दौरान आसपास के बेहतरीन नज़ारे का लुत्फ उठा पाएंगे। मध्य रेलवे के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विस्टाडोम कोच में कांच की खिड़कियां होती हैं और इनकी छत भी पारदर्शी होती है। ये कोच मुंबई से पुणे और गोवा के रेल खंडों में सफर करने वाले यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
कोंकण पट्टी झरनों, नदियों, घाटियों, सुरंगों, हरे-भरे मैदानों और खाड़ियों का शानदार दृश्य प्रस्तुत करती है। पिछले साल सितंबर में मुंबई-करमली तेजस एक्सप्रेस में एक विस्टाडोम कोच लगाया गया था। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि ट्रेन में इस श्रेणी का एक और कोच लगाने के बाद यह रेलगाड़ी देश में ऐसी पहली ट्रेन बन जाएगी, जिसमें दो विस्टाडोम कोच होंगे। विस्टाडोम कोच में एलईडी लाइट, ‘रोटेबल’ (घूमने वाली) सीट और जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली समेत अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद होती हैं।