ट्रेन गोलीबारी कांड में मारे गए यात्री के बेटे ने कहा, भारत में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा

Rozanaspokesman

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अदालत ने मामले में पीड़ित के बेटे को अदालती कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति नहीं दी।

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मुंबई: महाराष्ट्र में चलती ट्रेन में हुई गोलीबारी में मारे गए एक यात्री के बेटे ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत में सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा और किसी अन्य देश में जाने की योजना बना रहा है। यहां की एक अदालत ने हाल में महाराष्ट्र में चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ सहकर्मी और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कांस्टेबल चेतन सिंह को शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

अदालत ने मामले में पीड़ित के बेटे को अदालती कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति नहीं दी।

अदालत कक्ष के बाहर उत्सुकता से इंतजार कर रहे 34 वर्षीय व्यक्ति ने कहा कि उसे किसी भी तरफ से मदद नहीं मिल रही है। वह दुबई में काम करता है और हाल ही में भारत लौटे है। पीड़ित के बेटे ने कहा कि वह कई बार उपनगरीय मुंबई के पुलिस थाने में गया और जांच अधिकारी से मिला, लेकिन उसे कोई सहयोग नहीं मिला।

उसने कहा कि वह यहां सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है और दूसरे देश में जाने की योजना बना रहा है।

पीड़ित के बेटे ने कहा, ‘‘हम असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, हम यहां क्यों रहेंगे? जाहिर तौर पर हमारा घर यहीं (भारत में) रहेगा और हम कुछ दिनों के लिए आया करेंगे।’’ घटना 31 जुलाई को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में हुई थी।

अधिकारियों ने बताया कि सिंह (34) ने अपने वरिष्ठ, आरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक टीकाराम मीणा और ट्रेन में सवार तीन यात्रियों की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। यात्रियों ने मीरा रोड स्टेशन (मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर) के पास ट्रेन की चेन खींचकर उसे रोका, जिसके बाद भागने की कोशिश कर रहे सिंह को पकड़ लिया गया और उसका हथियार भी जब्त कर लिया गया।