त्रिपुरा विधानसभा चुनाव : पूर्वाह्न 11 बजे तक 32.12 प्रतिशत मतदान
त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 32.12 प्रतिशत मतदान हुआ।
अगरतला : त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 32.12 प्रतिशत मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) जी. किरणकुमार दिनकरराव ने यह जानकारी दी।. मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ, जो शाम चार बजे तक जारी रहेगा। दिनकरराव ने कहा, ‘‘सुबह से मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। मतदान प्रक्रिया कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अभी तक शांतिपूर्ण रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वाह्न 11 बजे तक कुल 32.12 प्रतिशत मतदान हुआ। हमें बड़ी संख्या में लोगों द्वारा मतदान की उम्मीद है और ऐसे में इस प्रक्रिया को चार बजे तक पूरा करना एक चुनौती होगा।’’ दिनकरराव ने बताया कि राज्य में कुल 28.13 लाख मतदाता हैं और 3,337 मतदान केंद्रों बनाए गए हैं। राज्य में 259 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से हो रहा है।
सीईओ ने कहा कि 40-45 जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की सूचना मिली, लेकिन उन सभी मशीनों को बदलकर मतदान पुन: आरंभ किया गया। दिनकरराव ने कहा कि ईसीआई आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त बलों को भी भेज रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मतदान केंद्रों पर कब्जा करने की अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।’’. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोमती जिले के ककराबन विधानसभा क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो मतदान एजेंटों पर हमला किया लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।.
टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा मतदान के शुरुआती घंटों में वोट डालने वालों में शामिल रहे। साहा ने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत का भरोसा जताया और कहा कि उनकी पार्टी पिछले बार से इस बार बेहतर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने यहां महारानी तुलसीवाटी गर्ल्स स्कूल में स्थापित एक मतदान केंद्र जाते समय संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे शत प्रतिशत विश्वास है कि भाजपा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। पार्टी को पिछली बार की तुलना में अधिक सीट मिल सकती हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, साहा ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में चीजें इस तरह तय नहीं होतीं। अभी मैं मुख्यमंत्री हूं।’’
राज्यसभा सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने विश्वास जताया कि भाजपा राज्य की 60 में से 40 सीट जीतेगी। देब ने उदयपुर में मतदान करने के पहले त्रिपुरेश्वरी मंदिर में दर्शन किए।
पूर्वोत्तर राज्य में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) गठबंधन सत्ता पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश में है। वहीं, वाम-कांग्रेस गठबंधन ने भी सत्ता पाने के लिये पूरा जोर लगाया है। क्षेत्रीय संगठन टिपरा मोथा स्वायत्त परिषद चुनावों में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद विधानसभा के चुनाव मैदान में पहली बार उतरी है।. भाजपा 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। एक सीट पर दोनों के बीच दोस्ताना मुकाबला होगा।
वाम मोर्चा 47 सीट पर चुनाव लड़ रहा है और इसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही है।.तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। मतगणना दो मार्च को होगी।