उत्तर सिक्किम में भूस्खलन में फंसे 300 और पर्यटकों को सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
सेना ने पर्यटकों को भोजन, आश्रय स्थल और चिकित्सकीय सहायता मुहैया कराई।
गंगटोक/ जलपाईगुड़ी : भारतीय सेना ने भूस्खलन और पत्थर गिरने की वजह से सड़कें अवरुद्ध होने के कारण उत्तर सिक्किम जिले में फंसे 300 और पर्यटकों को सुरक्षित निकाला है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि सेना की त्रिशक्ति कोर के ‘स्ट्राइकिंग लॉयन डिवीजन’ के सैनिकों ने उत्तर सिक्किम जिले के चुंगथांग में फंसे 300 पर्यटकों को राजधानी गंगटोक पहुंचने के लिए अस्थाई पुल पार करने में मदद की थी।
सेना ने पर्यटकों को भोजन, आश्रय स्थल और चिकित्सकीय सहायता मुहैया कराई। बयान में कहा गया कि शनिवार को भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर के सैनिकों ने उत्तर सिक्किम जिले में फंसे 3,500 पर्यटकों को बचाने में सिक्किम सरकार की मदद की थी।
उत्तर सिक्किम के जिला अधिकारी (डीसी) हेम कुमार छेत्री ने रविवार को बताया था कि मौसम में लगातार हो रहे बदलावों और भूस्खलन के कारण व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत के काम के मद्देनजर पर्यटकों को खूबसूरत जिले का दौरा करने के लिए कोई नया ‘परमिट’ जारी नहीं किया जाएगा।
उन्होंने पर्यटकों को सफलतापूर्वक निकालने के लिए बीआरओ (सीमा सड़क संगठन), जीआरईएफ, आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस), सेना और जिले के अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया।
छेत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर कहा, ‘‘मंगन चुंगथांग के बीच सड़कों की मरम्मत के कारण हमने फिलहाल उत्तर सिक्किम की यात्रा करने के लिए पर्यटकों को नये ‘परमिट’ जारी नहीं करने का फैसला किया है।’’ छेत्री ने कहा, ‘‘हमारी तत्काल प्राथमिकता भूस्खलन और भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को ठीक करना है। एक बार मार्ग खुल जाने के बाद हम पर्यटकों को यहां आने की अनुमति देंगे।’’