तमिलनाडु के मंत्री पोनमुडी ईडी के सामने हुए पेश

Rozanaspokesman

राज्य

सोमवार को पोनमुडी और उनके बेटे के तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और विल्लुपुरम स्थित परिसरों में छापेमारी की गई थी।

PHOTO

चेन्नई: तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के. पोनमुडी और उनके बेटे कथित अवैध रेत खनन से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के दूसरे दिन मंगलवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। केंद्रीय एजेंसी ने 17 जुलाई को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं उनके सांसद बेटे गौतम सिगमणि के परिसरों पर लगभग 10 घंटे तक तलाशी ली थी। 

दोनों पूछताछ के लिए सोमवार को भी ईडी के समक्ष पेश हुए थे और मंगलवार तड़के ईडी कार्यालय से बाहर निकले थे। एजेंसी ने इन दोनों को पूछताछ के लिए दिन में एक बार फिर बुलाया था। द्रमुक अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंत्रिमंडल के अपने सहयोगी से बात की और उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ का मुकाबला करने में सत्तारूढ़ दल के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यहां कहा गया है कि सत्तारूढ़ द्रमुक के अध्यक्ष स्टालिन ने पोनमुडी से फोन पर बात की और ईडी जांच का विवरण मांगा। इसके अनुसार, स्टालिन ने पोनमुडी से बहादुरी और कानूनी तरीके से इसका सामना करने को कहा। 

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ने पोनमुडी से कहा कि पार्टी (द्रमुक) केंद्र की भाजपा सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध का विरोध करने के लिए नैतिक, राजनीतिक और कानूनी रूप से (उनका) समर्थन करेगी।’’ स्टालिन विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में हैं।

इससे पहले, द्रमुक के प्रवक्ता एवं वकील ए. सरवनन ने दावा किया कि मंत्री ने केंद्रीय एजेंसी के साथ ‘‘अच्छा सहयोग’’ किया और केवल एक बयान लेने के लिए 72 वर्षीय मंत्री से रातभर पूछताछ की आवश्यकता पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर ईडी के अधिकारी बयान लेने के लिए उन्हें सुबह बुलाते, तो कुछ नहीं बिगड़ता।’’

सोमवार को पोनमुडी और उनके बेटे के तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और विल्लुपुरम स्थित परिसरों में छापेमारी की गई थी।

सत्तारूढ़ द्रमुक ने इस कार्रवाई को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ करार दिया था। ईडी की कई टीम के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सशस्त्र जवान छापेमारी अभियान में शामिल थे और उन्होंने कुछ दस्तावेज भी जब्त किये थे। पोनमुडी विल्लुपुरम जिले की तिरुक्कोयिलुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जबकि उनके 49 वर्षीय सांसद बेटे सिगमणि कल्लाकुरिची लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सरवनन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जैसा कि दावा किया जा रहा है, मंत्री के पास से कोई बेहिसाब नकदी या कोई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त नहीं किए गए हैं।’’ उन्होंने जानना चाहा कि क्या केंद्रीय एजेंसी ने जब्ती के संबंध में कोई प्रेस बयान जारी किया है।

सरवनन ने कहा, ‘‘किसी मामले के दर्ज होने के 13 साल बाद उसकी जांच करने का क्या औचित्य है। यह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध के अलावा और कुछ नहीं है, क्योंकि पोनमुडी ने नयी शिक्षा नीति, कुलपतियों की नियुक्ति और अन्य प्रमुख मुद्दों पर राज्यपाल आर. एन. रवि को निशाने पर लिया था।’’

भाजपा की तमिलनाडु इकाई के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने दावा किया कि मंत्री को उनके सहयोगी वी. सेंथिल बालाजी की तरह गिरफ्तार नहीं किया गया, क्योंकि पोनमुडी ने जांच में सहयोग किया था।