हरियाणा का यह भैंसा जीता है 'लग्जरी लाइफ', ऐसे शुरू होता हैं दिन
हरियाणा का मुर्रा नस्ल का यह भैंसा रोहतक में हुई पशुधन competition में नेशनल चैंपियन बना है। इस भैंसे ( झोटा) का नाम राका है
हरियाणा का मुर्रा नस्ल का यह भैंसा रोहतक में हुई पशुधन competition में नेशनल चैंपियन बना है । इस भैंसे ( झोटा) का नाम राका है। राका के दादा ऑलटाइम विनर और पिता 7 बार नेशनल चैंपियन रह चुके हैं। राका पूरी तरह एक 'लग्जरी लाइफ' जीता है।
ऐसे जीता है अपनी लाइफ :
राका की लाइफ किसी बड़े आदमी की तरह है। उसका डेली रूटीन भी आपको हैरान कर देगा। राका ( झोटा) रोज सुबह 4 किलोमीटर की सैर करता है और फिर उसके बाद 5 लीटर दूध पीता है। और तो और वो 9 किलो फीड भी खाता है। जिसमें सोयाबीन, चना व बिनौला के साथ ड्राई फ्रूट भी शामिल हैं। राका की हाईट 5.6 फीट और वजन 1300 किलो है।
राका भी चैंपियन उसका पिता भी चैम्पियन :
रविंद्र कुमार राका का मालिक है। वह गांव डोभ निवासी है उन्होंने मुर्रा नस्ल का एक कटड़ा पाल रखा है। जिसका नाम राका है। राका घर पर ही पैदा हुआ था और कई प्रतियोगिता में जीत हासिल करके नेशनल चैंपियन बन चुका है। राका की मां रामो 24 लीटर दूध देती थी। इसका पिता अर्जुन भी ऑल इंडिया चैंपियन रह चुका है
यहां तक कि राका के दादा और परदादा शेरा भी चैंपियन रहे हैं। रविंद्र कुमार ने बताया , उन्हें पशु पालने का शौक है। उनका राका के प्रति काफी गहरा लगाव है, इसलिए वे इसे बेचना नहीं चाहते। राका केवल प्रतियोगिताओं में भाग लेगा।
राका की तरह सूर्या व सरताज भी है चैंपियन :
इसी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भिवानी के गांव तालु निवासी सुमेश कुमार भी दो मुर्रा नस्ल के झोटे लेकर आए हैं जिनका नाम सूर्या व सरताज रखे हुए है। सरताज 7 बार इंडिया चैंपियन रहा है और सूर्या 3 बार इंडिया चैंपियन रहा है।