कांग्रेस राहुल गांधी की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी: जयराम रमेश
उन्होंने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं और अपना काम संतोषजनक ढंग से कर रही हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं के मद्देनजर ...
सांबा/जम्मू : जम्मू के बाहरी इलाके में दो बम विस्फोटों में नौ लोगों के घायल होने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यात्रा बृहस्पतिवार शाम पंजाब होते हुए जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में दाखिल हुई थी। शनिवार को एक दिन के विराम के बाद यात्रा रविवार को हीरानगर से शुरू हुई और 23 जनवरी को जम्मू पहुंचेगी। यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी।
पार्टी नेताओं के अनुसार, गांधी जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे बनिहाल में लोगों के साथ गणतंत्र दिवस मना सकते हैं। गांधी परिवार की सुरक्षा के बारे में रमेश ने कहा कि आतंकवाद पर पार्टी का रुख स्पष्ट है और आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों या प्रायोजकों से निपटने में कोई समझौता नहीं होगा।
सांबा के चक नानक में रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गांधी की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उनकी सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम सुरक्षा एजेंसियों के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।’’
हीरानगर से 21 किमी की दूरी तय करने के बाद यात्रा रात के लिए सांबा में रुकेगी। पार्टी की जम्मू कश्मीर प्रभारी रजनी पाटिल, जम्मू कश्मीर कांग्रेस प्रमुख विकार रसूल वानी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यात्रा तय कार्यक्रम के अनुसार समाप्त होगी। वानी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी केंद्र शासित प्रदेश में यात्रा कर रहे हैं और गणतंत्र दिवस पर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे बनिहाल में तिरंगा फहरा सकते हैं।’’
जम्मू के बाहरी हिस्से के एक व्यस्त इलाके में शनिवार को दो विस्फोट में नौ लोग घायल हो गए। पुलिस को संदेह है कि नरवाल के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में मरम्मत की एक दुकान में खड़ी एसयूवी और पास के कबाड़खाने में एक वाहन में विस्फोट करने के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
हमले की निंदा करते हुए पार्टी प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में यात्रा का अंतिम चरण सुरक्षा एजेंसियों के परामर्श से तय किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने नेता की सुरक्षा के बारे में चिंतित हैं। एक दिन पहले दोहरे विस्फोट से सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं और अपना काम संतोषजनक ढंग से कर रही हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं के मद्देनजर सरकार का यह दावा झूठा साबित होता है कि आतंकवाद को खत्म कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘31 दिसंबर को, उन्होंने (सुरक्षा एजेंसियों ने) दावा किया था कि आतंकवाद का सफाया हो गया है और अगले दिन राजौरी के धंगरी गांव में हमला हुआ, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोग मारे गए।’’
पार्टी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि यात्रा कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इसकी योजना बनाई गई है। कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार, प्रचार एवं मीडिया विभाग के प्रभारी रमेश ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश में ‘अघोषित’ आपातकाल लगाया है।
उन्होंने कहा, ‘‘घोषित आपातकाल से ज्यादा खतरनाक अघोषित आपातकाल है... भाजपा ने देश में लोकतंत्र की भावना को समाप्त कर दिया है। हालांकि, चुनाव हो रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम लोकतांत्रिक हैं।’’
संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर पार्टी के रुख के बारे में पूछे जाने पर, कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह एक गंभीर मुद्दा है, लेकिन अभी जो अधिक गंभीर है, वह जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक गतिविधियों की बहाली है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर गृह मंत्रालय का एक संबद्ध कार्यालय बन गया है। केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कब होंगे और इसे पूर्ण राज्य का दर्जा कैसे मिलेगा, जैसे वास्तविक मुद्दे हैं।’’