जेमिनी सर्कस के संस्थापक का निधन,सात दशकों तक दुनियाभर में बिखेरी हंसी
भारत सरकार ने जेमिनी शंकरन को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया है।
कुन्नूर: भारत में सर्कस की दुनिया का एक बड़ा नाम जेमिनी शंकरन का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने जेमिनी सर्कस और जंबो सर्कस शुरू किया जो पूरे देश में लोकप्रिय हुआ। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उनके निधन पर दुख जताया है. भारत सरकार ने जेमिनी शंकरन को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया है।
जेमिनी शंकरन के पारिवारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि वह बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों के कारण पिछले कुछ दिनों से एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। रविवार रात उनकी मौत हो गई। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उनकी मृत्यु पर दुख व्यक्त किया और भारतीय सर्कस को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाने में उनकी भूमिका की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा- जेमिनी शंकरन ने ना केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सर्कस को लोकप्रिय बनाया , उनके इस योगदान को आनेवाले समय में भी नहीं भूलाया जा सकता है।
आपको बता दें कि शंकरन का जन्म 1924 में हुआ था। उन्होंने प्रसिद्ध सर्कस कलाकार कीलेरी कुन्हिकन्न से तीन साल तक प्रशिक्षण लिया और बाद में सेना में शामिल हो गए। वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सेवानिवृत्त हुए। देश भर के विभिन्न सर्कस समूहों के साथ काम करने के बाद, उन्होंने 1951 में विजया सर्कस कंपनी खरीदी और इसका नाम जेमिनी सर्कस रखा। बाद में उन्होंने अपनी दूसरी कंपनी जंबो सर्कस शुरू की।
देश में सर्कस के क्षेत्र में शंकरन के समग्र योगदान को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें 'लाइफटाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से सम्मानित किया। शंकरन के परिवार में दो बेटे और एक बेटी है। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा जाएगा ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। मंगलवार को पय्याम्बलम समुद्रीतट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।