PM मोदी के कार्यक्रम से हटाया गया मेरा संबोधन...CM गहलोत के आरोप पर PMO ने दी सफाई
मोदी बृहस्पतिवार को सीकर के कस्बे में एक कार्यक्रम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सीकर वाले कार्यक्रम में उनका पूर्व निर्धारित संबोधन कार्यक्रम हटा दिया है। वहीं, PMO के अनुसार गहलोत को इस कार्यक्रम के लिए विधिवत आमंत्रित किया गया था लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने सूचित किया कि वे इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे।
मोदी बृहस्पतिवार को सीकर के कस्बे में एक कार्यक्रम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। वे 1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
गहलोत ने बृहस्पतिवार सुबह ट्वीट किया, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय पीएमओ ने मेरा पूर्व निर्धारित तीन मिनट का संबोधन कार्यक्रम हटा दिया है, इसलिए मैं भाषण के माध्यम से आपका स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसके जवाब में ट्वीट किया, ‘‘श्री अशोक गहलोत जी, प्रोटोकॉल के अनुसार, आपको विधिवत आमंत्रित किया गया था और आपका भाषण भी निर्धारित था। लेकिन, आपके कार्यालय ने कहा कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे।’’
इसमें लिखा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछली राजस्थान यात्राओं में भी आपको हमेशा आमंत्रित किया जाता रहा है और आपने अपनी उपस्थिति से उन कार्यक्रमों की शोभा भी बढ़ाई है। आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपका हार्दिक स्वागत है। विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम है। अगर आपको हाल में लगी चोट के कारण कोई शारीरिक परेशानी न हो, आपकी उपस्थिति अति महत्वपूर्ण होगी।’’
इससे पहले गहलोत ने यह भी कहा था कि वह कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखने वाले थे उन्हें अब इस ट्वीट के माध्यम से रख रहे हैं और उम्मीद है कि मोदी छह महीने में अपनी इस सातवीं राजस्थान यात्रा के दौरान इन्हें पूरा करेंगे।
गहलोत ने पहली मांग में कहा है कि राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर ‘अग्निवीर योजना’ को वापस लेकर सेना में स्थायी भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
उन्होंने दूसरी मांग में कहा है कि राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी सहकारी बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्ज माफ करने के लिए ‘वन टाइम सेटलमेंट’ का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए।
जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाते हुए गहलोत ने कहा है कि राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले। उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा देने की भी मांग की है।
प्रधानमंत्री सीकर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्र को 1.25 लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) समर्पित करेंगे। साथ ही वे ‘‘यूरिया गोल्ड’’ की भी शुरुआत करेंगे। वे राजस्थान उदयपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर जिलों में स्थित छह एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान वे केन्द्रीय विद्यालय तिवरी, जोधपुर का भी उद्घाटन करेंगे। शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम से इतर प्रधानमंत्री एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे।