प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं।
Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन और भी हिंसक हो गया है. रविवार को हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए. इस बीच कई जगहों पर उनके और पुलिस के बीच हिंसक झड़प भी हुई.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रविवार को 97 लोगों की मौत हो गई. साथ ही 500 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है. साथ ही अगले 3 दिनों तक छुट्टी की घोषणा की गई है. प्रदर्शनकारियों ने आज 'ढाका तक मार्च' की योजना बनाई है.
उन्होंने आम जनता से सोमवार को ढाका लॉन्ग मार्च में शामिल होने की अपील की है. इसके साथ ही देशभर की सभी अदालतें अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि बंद के दौरान सिर्फ बेहद जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी. इसके लिए मुख्य न्यायाधीश एक आपातकालीन पीठ का गठन करेंगे.
इसके अलावा नरसिंगडी जिले में आंदोलनकारियों ने प्रधानमंत्री हसीना की पार्टी अवामी लीग के 6 कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी. खबरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने दोपहर में जुलूस निकाला जिससे अवामी लीग के कार्यकर्ता नाराज हो गए. उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं, जिसमें 4 लोग घायल हो गए. इससे नाराज होकर प्रदर्शनकारियों ने जवाबी कार्रवाई की. अवामी लीग के कार्यकर्ता डर गए और एक मस्जिद में छिप गए, जहां से उन्हें बाहर निकाला गया और पीटा गया, जिसमें 6 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई।
झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं।
(For more news apart from Bangladesh Violence News: Violence in Bangladesh demanding Prime Minister Hasina resignation, around 100 people died, stay tuned to Rozana Spokesman)