उन्होंने कहा, ‘‘एकसाथ मिलकर हम इसे संभव बनाने के लिए निजी और सार्वजनिक साझेदारों को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें भारत और...
वाशिंगटन : राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि भारत और अमेरिका नयी प्रौद्योगिकियों को डिजाइन और विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे जो दुनिया भर में जीवन में बदलाव लाएंगी। उन्होंने रेखांकित किया कि वह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्विपक्षीय तकनीकी सहयोग में बाधा डालने वाले ‘‘अवरोधकों’’ पर बातचीत करने के लिए दृढ़ हैं।
बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में मोदी के साथ व्यापक बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी को परिभाषित करने में तकनीकी सहयोग एक अहम हिस्सा होगा।उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘‘हम नयी तकनीकों को डिजाइन और विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं जो दुनिया भर में लोगों के जीवन में बदलाव लाएंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एकसाथ मिलकर हम इसे संभव बनाने के लिए निजी और सार्वजनिक साझेदारों को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें भारत और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों, भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों और उद्यमियों, वैज्ञानिकों और छात्रों के बीच एक नया कार्यक्रम शुरू करना शामिल है।’’ उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘सीधे शब्दों में कहें तो दोनों देश अपने संबंधों में नवाचार और सहयोग को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं।’’ इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए थे।
बाइडन ने कहा कि ये ‘‘अवरोधक’’ तकनीकी साझेदारी में बाधा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन और उससे निपटने, ब्रह्मांड की खोज करने, लोगों को गरीबी से बाहर निकालने, कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज करने, महामारी को रोकने और नागरिकों को वास्तविक अवसर देने के बारे में है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे बच्चों के लिए अधिक स्वतंत्र, सुरक्षित और अधिक समृद्ध भविष्य बनाने, हमारे लोकतंत्रों और हर जगह लोकतंत्रों की गतिशीलता और विविधता का समर्थन करने के बारे में है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी टिप्पणी में कहा कि भारतीय प्रतिभा और अमेरिकी प्रौद्योगिकी का एकसाथ आना निश्चित रूप से उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। मोदी ने कहा कि बाइडन के नेतृत्व में अमेरिका ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जो प्रगति की है, उसे देखकर वह बहुत प्रसन्न हैं। मोदी ने व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में प्रौद्योगिकी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों और सीईओ के साथ बैठक में कहा, ‘‘भारत के युवाओं ने अपनी प्रतिभा की बदौलत, दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है। इसलिए, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी का एकसाथ आना, मेरा मानना है कि यह निश्चित रूप से उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है।’’
इस कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, रिलायंस के प्रमुख मुकेश अंबानी, महिंद्रा के प्रमुख आनंद महिंद्रा और अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने भाग लिया। अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो की अध्यक्षता में हुई बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत के. डोभाल और अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी मौजूद थे।